जुलूस में शामिल हुए हजारों लोग, पहुंची थी दर्जनों गांव की झांकी.
उरीमारी : उरीमारी के महात्मा गांधी स्टेडियम में सामूहिक सरहुल महोत्सव सह सांस्कृतिक संध्या का आयोजन रविवार को हुआ. इसका उद्घाटन बड़कागांव की प्रमुख राजमुनी देवी, बड़कागांव डीएसपी केके महतो, बड़कागांव बीडीओ अलका कुमारी, जीएम आरके सिन्हा, समिति के अध्यक्ष दसई मांझी ने किया.
इससे पूर्व, अतिथियों का स्वागत बुके व उपहार भेंट कर किया गया. जरजरा चौक के जुबल सरना स्थल से सामूहिक सरहुल जुलूस निकाला गया. जुलूस में उरीमारी समेत पोटंगा, पसरिया, असवा, तिलैया, हेसाबेड़ा, गरसुल्ला, चानो, पंचडा, उरेज, देवगढ़, गुड़कुवा, चरका पत्थर, भुरकुंडुवा, पारगढ़ा, जोजो टोला, करमाटील्हा गांव के हजारों लोग शामिल थे. जुलूस का नेतृत्व समिति के संरक्षक गहन टुडू व अध्यक्ष दसई मांझी, महासचिव कार्तिक उरांव कर रहे थे.
जुलूस में शामिल लोग पारंपरिक वेश-भूषा में सामूहिक नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहे थे. जुलूस पहाड़ी मंदिर, प्रेमनगर, बेस वर्कशॉप, डीएवी मोड़, पीला क्वार्टर होते हुए सिदो-कान्हू चौक पहुंचा. यहां सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इसके बाद जुलूस मुख्य समारोह स्थल गांधी स्टेडियम पहुंचा. जुलूस में कई झांकियां भी शामिल थीं. मौके पर प्रमुख राजमुनी देवी ने कहा कि झारखंडी सभ्यता-संस्कृति में प्रकृति के प्रति प्रेम समाहित है.
लोगों को एकजुट करता है सरहुल
डीएसपी केके महतो ने कहा कि इस आयोजन से आसपास के गांव-टोलों को जुड़ने का मौका मिला है. बीडीओ अलका कुमारी ने कहा कि सरहुल सभी को एकजुट करता है.
दसई मांझी ने आयोजन की सफलता को लेकर सभी समितियों व लोगों को बधाई देते हुए कहा कि सामूहिक सरहुल महोत्सव का यह आयोजन आप सबों की भागीदारी से ही सफल व ऐतिहासिक हो सका है. गहन टुडू ने कहा कि इस आयोजन को आगे भी जारी रखा जायेगा. संचालन कौलेश्वर गंझू ने किया. मौके पर पार्षद संजीव बेदिया, थाना प्रभारी परमानंद मेहरा, विंध्याचल बेदिया, बिरसा पीओ, राजू यादव, मुखिया कमला देवी, पारो देवी, सीता मरांडी, छक्कन बेदिया, पूर्व मुखिया मीना देवी, पंसस कानू मांझी, अर्जुन सिंह, संजय शर्मा, बीएल हेंब्रम, झरी मुंडा, सावित्री मुर्मू उपस्थित थे.
आयोजन को सफल बनाने में बहादुर मांझी, परमेश्वर सोरेन, पाहन हेंजरा बेदिया, महादेव मांझी, रैना मांझी, सुरेश मुर्मू, सुखू मांझी, लालजी मांझी, जितेंद्र यादव, मोहन सोरेन, तुलसी उरांव,नकुल प्रजापति, मंगल प्रजापति, धर्मदेव करमाली, कार्तिक मांझी, दिनेश करमाली, संजय टुडू, विश्वनाथ मांझी, झन्नाराम मांझी, संजय करमाली, सोनाराम हेंब्रम, बिरसा बेदिया, नरेश बेदिया, रेशमी हस्सा, गणेश सोरेन, सत्यनारायण बेदिया, विश्राम सोरेन, तालो हांसदा, मनोज सिंह, दीपक करमाली, सिकंदर सोरेन, करमवीर सिंह, दिनेश सिंह, सुरेंद्र करमाली, कृष्णा किस्कू, भोला किस्कू, भादो करमाली, लालजी पंवरिया, सोलेन हांसदा का योगदान रहा.राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 34 खिलाड़ियों का चयन