मेदिनीनगर. पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ हिंदू संगठन मुखर हुए हैं. शनिवार को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने संयुक्त रूप से कचहरी परिसर में धरना-प्रदर्शन किया. पश्चिम बंगाल की घटना के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हिंदू संगठन के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है. धरना सभा में लोगों ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक-2025 काे लेकर मुस्लिम समुदाय विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं हुई है. हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने की दिशा में कारगर कदम नहीं उठा रही हैं. इस मामले को लेकर विहिप व बजरंग दल देशव्यापी आंदोलन छेड़ा है. राष्ट्र व्यापी आंदाेलन के तहत धरना व विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया. इसके माध्यम से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार व उत्पीड़न की घटना पर तत्काल रोक लगाने और अकर्मण्य राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गयी. धरना सभा में बजरंग दल के पूर्व जिलाध्यक्ष सह नगर निगम के प्रथम डिप्टी मेयर राकेश सिंह उर्फ मंगल सिंह आदि ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त किया. कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को लक्ष्य कर मुस्लिम समुदाय के लोग हमला कर रहे हैं और राज्य सरकार चुप्पी साधी हुई है. विहिप के जिला पालक दामोदर मिश्र ने कहा कि केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशाेधन किया है. इसमें हिंदुओं का क्या दोष है. विहिप के विभाग मंत्री महेंद्रनाथ, संगठन मंत्री विजय यादव, जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष अजीत पाठक, मंत्री अमित तिवारी, बजरंग दल के जिला संयोजक संदीप प्रसाद गुप्ता व अन्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजक्ता की स्थिति बन गयी है. इसके लिये राज्य सरकर जिम्मेवार है. उसे बर्खास्त किया जाना आवश्यक है. मौके पर किशोर पांडेय, कामिनी सिंह, विकास कश्यप, गोपाल तिवारी, पप्पू लाठ, विवेक सिंह, पिंटू सोनी, दीपक प्रसाद, दिलीप गिरी, सौरभ पांडेय, उदय विश्वकर्मा, संतोष तिवारी, सत्यनारायण तिवारी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे.
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