फोटो 17 डालपीएच-4 प्रभात खबर टीम पलामू. जिले के अधिकांश विद्यालयों में तड़ित चालक नहीं लगे हैं, जिससे वज्रपात की घटनाओं के दौरान विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य कर्मियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है. लगातार हो रही वज्रपात की घटना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. कई विद्यालयों में पहले तड़ित चालक लगाये गये थे, लेकिन अब वे या तो खराब हो चुके हैं या चोरी हो गये हैं. ऐसे में विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा पूरी तरह भगवान भरोसे है. वज्रपात से बढ़ी चिंता हाल के दिनों में पलामू जिले में वज्रपात की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिससे न केवल लोगों की जान जा रही है, बल्कि मवेशियों की भी मौत हो रही है. मौसम विभाग ने 15 और 16 जुलाई को भारी बारिश के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी के बाद अभिभावकों की चिंता और बढ़ गयी है. जब तक बच्चे विद्यालय से घर नहीं लौटते, माता-पिता तनाव में रहते हैं. लोगों का कहना है कि यह स्थिति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है और बच्चों की जान के साथ खुला खिलवाड़ है. पाटन प्रखंड: 200 विद्यालयों में नहीं है तड़ित चालक पाटन प्रखंड में लगभग 200 सरकारी विद्यालय हैं, जिनमें तीन प्लस टू उच्च विद्यालय, पांच स्तरोन्नत हाई स्कूल और 187 प्राथमिक व मध्य विद्यालय शामिल हैं. इनमें से अधिकांश विद्यालयों में तड़ित चालक नहीं लगे हैं. कुछ विद्यालयों में 20 साल पहले तड़ित चालक लगाये गये थे, जो अब खराब हो चुके हैं. कई जगहों पर केवल पाइप खड़ा दिखता है, जो कभी तड़ित चालक का हिस्सा था. मनातू और ऊंटारी रोड: स्थिति चिंताजनक मनातू प्रखंड में 94 विद्यालय हैं, जिनमें 14,141 विद्यार्थी पढ़ते हैं. इनमें केवल 20 विद्यालयों में तड़ित चालक लगे हैं, जिनमें से कुछ चोरी हो चुके हैं. वर्ष 2008-09 में प्रत्येक विद्यालय में 36,000 की लागत से तड़ित चालक लगाने की योजना थी, लेकिन वह अधूरी रह गयी. ऊंटारी रोड प्रखंड में 43 विद्यालय हैं, जिनमें से केवल तीन सरकारी विद्यालयों में तड़ित चालक लगे हैं। बाकी 36 विद्यालयों में यह सुरक्षा उपकरण नहीं है. पांडू और लेस्लीगंज: चोरी बनी बड़ी समस्या पांडु प्रखंड में कुल 74 विद्यालय हैं, जिनमें पहले तड़ित चालक लगे थे, लेकिन अब अधिकांश विद्यालयों से यह उपकरण चोरी हो चुके हैं. लेस्लीगंज में 164 विद्यालय हैं, जिनमें 149 सरकारी और 15 निजी विद्यालय हैं. इनमें से केवल 50 प्रतिशत विद्यालयों में तड़ित चालक लगे हैं. हरिहरगंज: 15 विद्यालयों में चोरी हरिहरगंज प्रखंड में 87 सरकारी विद्यालय हैं, जिनमें लगभग 14,984 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. इनमें 55 विद्यालयों में तड़ित चालक लगाये गये थे , लेकिन अब 15 विद्यालयों से यह उपकरण चोरी हो चुके हैं. कई अन्य विद्यालयों में तड़ित चालक खराब पड़े हैं. इस प्रखंड में 26 निजी विद्यालय भी हैं, लेकिन इनमें से किसी में भी तड़ित चालक नहीं लगे हैं. छतरपुर: 247 विद्यालयों में नहीं है तड़ित चालक छतरपुर प्रखंड के 247 विद्यालयों में एक भी तड़ित चालक चालू अवस्था में नहीं है. वर्ष 2008-09 में 80 विद्यालयों में तड़ित चालक लगाये गये थे, लेकिन बाद में अधिकांश विद्यालयों से यह उपकरण चोरी हो गये. इसके बाद फिर से तड़ित चालक लगाने की कोई पहल नहीं की गयी. मोहम्मदगंज और हुसैनाबाद: हालात बेहद खराब मोहम्मदगंज प्रखंड में कुल 50 विद्यालय हैं, जिनमें 18,000 विद्यार्थी पढ़ते हैं. यहां किसी भी विद्यालय में तड़ित चालक नहीं है। वहीं, हुसैनाबाद में कुल 173 विद्यालय हैं, जिनमें 35,000 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. इनमें से किसी भी विद्यालय में तड़ित चालक नहीं लगे हैं.नावाबाजार प्रखंड के 68 विद्यालयों में से केवल 20 में तड़ित चालक लगे हैं, जबकि बाकी 48 विद्यालयों में यह उपकरण नहीं है. तड़ित चालक लगाये गये थे, चोरी हो गयी : संदीप कुमार पलामू के जिला शिक्षा अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि पहले सभी विद्यालयों में तड़ित चालक लगाये गये थे, लेकिन अब अधिकांश विद्यालयों से यह उपकरण चोरी हो चुके हैं. कई प्रधानाध्यापकों ने इस संबंध में स्थानीय थानों में चोरी की शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने कहा कि वज्रपात की घटनाओं को देखते हुए विद्यालयों में पुनः तड़ित चालक लगाने का प्रयास किया जायेगा.
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