मेदिनीनगर. राज्य सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ भाजपा पलामू ने मंगलवार को गीता भवन से छह मुहान चौक तक विरोध मार्च निकाला गया. भाजपाइयों ने छहमुहान चौक पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया.मौके पर पलामू भ भाजपा के जिलाध्यक्ष अमित तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अलग झारखंड का निर्माण आदिवासी समाज की अस्मिता बचाने के लिए व उनकी सभ्यता संस्कृति को सुरक्षित रखने के लिए किया है. भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता अमर शहीदों, महापुरुषों को उचित मान सम्मान देते हैं और उनके परिजनों को हमेशा सम्मानित करते है. सोमवार को भोगनाडीह में जो घटना घटित हुआ और वीर नायकों के परिवारों को अपमानित करने का जो कार्य किया गया, उससे पूरा झारखंड अपमानित हुआ है. भारतीय जनता पार्टी अपने शहीदों एवं उनके परिवार के सदस्यों के लिए हमेशा मुखर रहेगी. झारखंड के आदिवासी समाज के लोग हुल क्रांति के वीर नायकों को देवतुल्य समझकर पूजते हैं. संताल विद्रोह यानी हूल दिवस के दिन झारखंड सरकार की तानाशाही रवैया एवं दमनकारी नीति उजागर हुआ है. सोमवार को हूल दिवस के वीर नायकों सिदो- कान्हू,चांद, भैरव, फूलो,झानो के परिवार के सदस्यों के साथ आदिवासी समाज के लोग भोगनाडीह में पूजा-अर्चना करने जा रहे थे. राज्य की हेमंत सरकार की पुलिस ने जिस तरह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई करते हुए उन्हें पीटा. वह न केवल अमानवीय है, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर भी एक गहरा धब्बा है. हूल क्रांति भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का पहला विद्रोह था. हूल क्रांति के वीर नायकों के परिवार के सदस्यों एवं आदिवासियों की पिटाई किया जाना राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्लान का हिस्सा है. इस घटना से झारखंड ही नहीं पूरे भारतवासियों में राज्य सरकार के प्रति आक्रोश है.
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