हैदरनगर. प्रखंड मुख्यालय हैदरनगर स्थित सरकारी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में चिकित्सकों की कमी है. इस कारण ओपीडी सेवा प्रभावित हो रही है. इसके कारण कई बार मरीज निराश होकर लौट रहे हैं. आयुष चिकित्सक डॉ ज्योतिष कुमार ने बताया कि इस अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक डा राकेश रंजन प्रतिनियुक्त हैं. इन्हें सप्ताह में तीन दिन के लिए इसी प्रखंड के ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र अधौरा जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि एमबीबीएस चिकित्सक की कमी होने के कारण ओपीडी सेवा के तहत मरीजों को इलाज के लिए दूसरी जगह भटकना पड़ता है. चिकित्सक की कमी से प्रतिदिन सैकड़ों मरीज को इलाज के लिए आर्थिक तथा मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इधर अधौरा हेल्थ सेंटर पर मरीजों का इलाज कर रहे. हैदरनगर के चिकित्सक डा राकेश रंजन ने बताया कि उन्हें ऐसा ही निर्देश मिला है कि प्रखंड मुख्यालय का अस्पताल बंद हो जाये, तो कोई बात नहीं, अधौरा हेल्थ सेंटर बंद नहीं होना चाहिए. जिससे उन्हें मूल पदस्थापन स्थान को छोड़ यहां आना पड़ता है. वहीं बताया जाता है कि ग्रामीण हेल्थ सेंटर में प्रतिदिन औसतन मरीजों की संख्या महज 20-25 होती है. वहीं बाजार सह हैदर नगर प्रखंड मुख्यालय स्थित सरकारी अस्पताल में औसतन प्रतिदिन 250 मरीज इलाज के लिए आते हैं. इस परिस्थिति में मुख्यालय स्थित अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक नहीं होने से खासकर गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि हैदरनगर प्रखंड क्षेत्र में लगभग 56 से 60 गांव है. प्रखंड क्षेत्र के मुख्यालय में प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में केवल एक चिकित्सक ही मरीजों को इलाज करते हैं. इमरजेंसी सेवा शुरू करने को लेकर हुसैनाबाद के चिकित्सा पदाधिकारी व पलामू सीएस ने आश्वासन दिया था. मगर अब तक इमरजेंसी सेवा बहाल नहीं हो सकी है. वही हैदरनगर प्रखंड क्षेत्र के चिकित्सक को मोहम्मदगंज प्रखंड के अधौरा गांव में प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया जाता है जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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