मेदिनीनगर. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सेवा से बर्खास्त पलामू जिले के 251 अनुसेवकों ने अपने मांगों के समर्थन में आंदोलन तेज कर दिया है. राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ बर्खास्त अनुसेवकों का विरोध प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को आक्रोश रैली निकाली. कचहरी परिसर से रैली शुरू हुआ, जो शहीद चौक,महात्मा गांधी मार्ग होते हुए छह मुहान पहुंचा. बर्खास्त अनुसेवकों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी जिलों में एक ही तरह के विज्ञापन के आधार पर अनुसेवकों की बहाली हुई थी. राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायादेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर नहीं किया. सरकार ने अपनी गलती को छिपाने के लिए पलामू जिले में कार्यरत अनुसेवकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई किया. इस मामले में कार्रवाई करने से पूर्व अनुसेवकों को कोई सूचना नहीं दी गयी. विरोध प्रदर्शन के दौरान बर्खास्त अनुसेवकों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसे कर्मचारी विरोधी और तानाशाह बताया. उन्होंने कहा कि वे लोग चुप बैठेंगे. राज्य सरकार उनकी सेवा समायोजन करे,अन्यथा वे लोग उग्र आंदोलन करेंगे. आक्रोश रैली में विकास कुमार, सुधाकर दुबे, सुरेंद्र सिंह, शशिकांत कुशवाहा, विवेकानंद शुक्ला, विकास शुक्ला, संतोष कुमार सिंह, विपिन बिहारी राम, अवध किशोर, गीता कुमारी, नीलम गुप्ता सहित कई लोग शामिल रहे.
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