Crime News | पलामू, शिवेंद्र कुमार: झारखंड सरकार के अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति और पलामू पुलिस द्वारा संगठित अपराधियों व गिरोहों के विरुद्ध लगातार चलाये जा रहे अभियान के क्रम में एक बड़ी सफलता मिली है. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि कल रविवार रात करीब 10:30 बजे कुख्यात अपराधी एवं संगठित गिरोह का सरगना डब्लू सिंह उर्फ गौतम सिंह ने एसपी पलामू के समक्ष शहर थाना परिसर में आत्मसमर्पण कर दिया.
राज्यभर में डब्लू के खिलाफ 37 कांड दर्ज
डब्लू सिंह पलामू जिले के लेसलिगंज थानांतर्गत फुलांग का रहने वाला है. वर्तमान में वह शहर थाना क्षेत्र के कचरवा डैम के पास रह रहा था. डब्लू सिंह लंबे समय से हत्या, रंगदारी एवं अन्य जघन्य अपराधों में संलिप्त रहा है. वर्ष 2005 से ही वह अपराध की दुनिया में सक्रिय था. पलामू, लातेहार व रांची में डब्लू सिंह के खिलाफ कुल 37 कांड दर्ज है. 2014 में डब्लू को लातेहार से गिरफ्तार किया गया था. 2018 में जेल से छूटने के बाद उसने लगातार फरार रहकर कई गंभीर अपराधों को अंजाम दिया.
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गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या का लगा था आरोप
वर्तमान में डब्लू सिंह शहर थाना के हत्या एवं रंगदारी जैसे चार गंभीर कांडों में वांछित था. मालूम हो कि जून 2020 में पलामू के मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या हुई थी. इस हत्याकांड का आरोप डब्लू सिंह गिरोह पर लगा था, जिसके बाद से डब्लू सिंह लगातार फरार चल रहा था.
आत्मसमर्पण कराने में इंस्पेक्टर देवव्रत पोद्दार की बड़ी भूमिका
डब्लू सिंह ने मुख्यधारा में शामिल होते हुए कल 17 अगस्त को पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. एसपी ने बताया कि इंस्पेक्टर देवव्रत पोद्दार का डब्लू सिंह को सरेंडर कराने में अहम भूमिका निभायी है. कुख्यात अपराधी का आत्मसमर्पण पलामू पुलिस की सतत् रणनीति, सघन दबिश व कानून व्यवस्था के प्रति अटूट संकल्प का परिणाम है. यह कार्रवाई प्रदेश सरकार की अपराध के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति व अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान की बड़ी सफलता है.
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