मेदिनीनगर : सदगुरु सदाफल देव विहंगम योग संत समाज ने हुसैनाबाद प्रखंड के कुसुआ गांव में सदग्रंथ स्वर्वेद का अखंड पाठ कार्यक्रम आयोजित किया. सदगुरुदेव की तस्वीर पर माल्यार्पण व अखंड दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद स्वागत गान, प्रार्थना, मंगल गान व उदघोष के साथ सदग्रंथ स्वर्वेद का अखंड पाठ शुरू हुआ.
संत समाज के प्रचारक रामाशीष सिंह, राजेश भारद्वाज ने किया. उन्होंने सदग्रंथ स्वर्वेद पाठ के महत्व व सदग्रंथ स्वर्वेद की महिमा पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि सदग्रंथ स्वर्वेद ब्रह्म विद्या विहंगम योग की आत्मा है. सदगुरुदेव ने 17 वर्षों की कठोर साधना के दौरान जो अाध्यात्मिक व ब्रह्म विद्या का तत्व प्राप्त किया उसे इस ग्रंथ में लिपिबद्ध किया है.
सदग्रंथ स्वर्वेद के सिद्धांत के आधार पर चलने से ही विश्व में शांति की स्थापना होगी और अशांत मानव मन शांत होगा. जीवन का उद्देश्य हासिल करने के लिए सदग्रंथ स्वर्वेद के सिद्धांत को अपनाने की जरूरत है. इसे सफल बनाने में सुप्रिया जैन, नितेश मिश्रा, चंदन मेहता, चंपा देवी आदि सक्रिय थे.