मेदिनीनगर : पलामू के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में सूर्योपासना का महापर्व छठ व्रत अनुष्ठान की तैयारी चल रही है. नहाय- खाय के साथ छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान गुरुवार से शुरू हुआ. इसके पूर्व से ही लोग छठ पूजा की तैयारी में जुटे है. चारों तरफ छठ पूजा को लेकर तैयारी चल रही […]
मेदिनीनगर : पलामू के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में सूर्योपासना का महापर्व छठ व्रत अनुष्ठान की तैयारी चल रही है. नहाय- खाय के साथ छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान गुरुवार से शुरू हुआ. इसके पूर्व से ही लोग छठ पूजा की तैयारी में जुटे है. चारों तरफ छठ पूजा को लेकर तैयारी चल रही है.
समाज के सभी वर्ग के लोग इस महापर्व में परोक्ष व अपरोक्ष रूप से सहभागी बन रहे है. कई लोग छठ पूजा को लेकर छठ घाट की सफाई एवं पहुंच मार्ग को साफ सुथरा करने में लगे हुए हैं. छठ घाट के पास कई संस्था के लोग प्रकाश, ध्वनि विस्तारक यंत्र के साथ-साथ छठव्रतियों की सुविधा के लिए अन्य तरह के उपाय कर रहे है.
इस कार्य में सामाजिक संस्था के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से भी लोग सक्रिय है. इस वर्ष काफी संख्या में लोग छठ का व्रत कर रहे है. समाज के कुछ ऐसे लोग भी है, जो छठव्रतियों के सुविधा के लिए बाजार में पूजा सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं. वहीं कई संस्था के लोग छठ महापर्व में अपनी सहभागिता के लिए फल व पूजा सामग्री वितरित कर रहे हैं. इस तरह पलामू जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों में भगवान सूर्य व छठी मइया की भक्ति की बयार बह रही है.
समाज के सभी वर्ग के लोग भगवान भास्कर की भक्ति सागर में गोता लगा रहे है. वहीं छठ पूजा से जुड़े भक्ति गीतों से वातावरण भक्तिमय बन गया है. इन दिनों छठ पर्व में सवा लाख के साड़ी भिंजे,कोसी मोरा नाहीं भिंजे… जैसे कई गीत लोक प्रिय हो चुके हैं. छठ पूजा की तैयारी में लगे व्रति व अन्य लोग भी सहज रूप से छठ पूजा के गीत गुनगुनाते रहते हैं. इस तरह पलामू जिले में छठ महापर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है.