सतबरवा : राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के टीम ने सतबरवा प्रखंड के रबदा गांव स्थित कुकुरबंधावा टोला पहुंच सड़क पर महिला की हुई प्रसव मामले की जांच किया. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के पलामू जिला अधिवक्ता विकास कुमार दुबे ने पीड़ित महिला अंजू देवी व उनके पति गुड्डू सिंह समेत अन्य परिजनों से घंटों घटना संबंधी पूछताछ की.
जहां पर महिला अंजू देवी व उनके पति गुड्डू सिंह ने बताया कि घटना के दिन स्वास्थ्य सहिया शांति देवी को फोन किये थे. मगर स्वास्थ्य शांति देवी ने गलत जगह पर फोन लगने की बात कर फोन काट दिया, जिसके बाद पीड़ित महिला के पति गुड्डू सिंह अपने पत्नी को साइकिल बैठाकर इलाज कराने के लिए सतबरवा के लिए निकला, जहां रास्ते में गुड्डू सिंह की पत्नी अंजू देवी को पेट में दर्द काफी तेजी से होने लगा. कुछ देर बाद देखते ही देखते महिला ने एक मृत बच्चे का जन्म सड़क किनारे दे दिया.
जांच करने पहुंचे राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के जिला अधिवक्ता विकास कुमार दुबे ने बताया कि घटना में स्वास्थ्य सहिया, एएनएम , स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व सरकार की लापरवाही साफ जाहिर होती है. श्री दुबे ने बताया कि मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजा जायेगा, जिससे दोषी पर कार्रवाई हो सके. महिला व उनके पति घटना की जिम्मेवारी सरकार व स्वास्थ्य विभाग को ठहराया है.