चैनपुर (पलामू) : पलामू के चैनपुर स्थित चांदो पंचायत के अलगडीहा में अवैध रूप से चल रही एक क्लिनिक में छापामारी करने पहुंचे सिविल सर्जन जॉन एफ कैनेडी उस वक्त भौंचक रह गये, जब उन्हें पता चला कि यहां तीन मरीजों की जिंदगी के साथ झोलाछाप डॉक्टर ने खिलवाड़ किया है. मामले में चैनपुर में […]
चैनपुर (पलामू) : पलामू के चैनपुर स्थित चांदो पंचायत के अलगडीहा में अवैध रूप से चल रही एक क्लिनिक में छापामारी करने पहुंचे सिविल सर्जन जॉन एफ कैनेडी उस वक्त भौंचक रह गये, जब उन्हें पता चला कि यहां तीन मरीजों की जिंदगी के साथ झोलाछाप डॉक्टर ने खिलवाड़ किया है.
मामले में चैनपुर में केस दर्ज कराया गया है. यह क्लिनिक जितेंद्र मेहता की है. सीएस ने क्लिनिक सह खपरैल घर में जब छानबीन की, तो वहां सबसे पहले वहां भर्ती अवसाने गांव निवासी दुर्योधन राम को देखा. क्लिनिक में उसकी किडनी निकाल ली गयी थी. पास के ही बेड पर एक 27 वर्षीय युवती थी, जिसकी बच्चेदानी निकाल ली गयी थी. वहीं एक और मरीज को भर्ती पाया गया, जिसका पथरी का अॉपरेशन हुआ था. सीएस के आदेश पर तुरंत तीनों मरीजों को वहां से हटा कर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
क्लिनिक व दवा दुकान का नहीं है निबंधन
छापामारी के दौरान सीएस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. सीएस ने बताया कि क्लिनिक आवासीय मकान में संचालित हो रहा था. उसी मकान में दवा दुकान भी थी, जिसका कोई निबंधन नहीं है. सीएस के आदेश पर क्लिनिक व दवा दुकान को सील कर दिया गया है. वहीं संचालक जितेंद्र मेहता और आलोक मेहता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. देर शाम दोनों को गिरफ्तार कर चैनपुर थाना लाया गया. शनिवार को दोनों को जेल भेजा जायेगा.सरकार के निर्देश के आलोक में कार्रवाई की गयी है. इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. पलामू जिले में फर्जी तरीके से चल रहे क्लिनिकों पर कार्रवाई की जायेगी.
जॉन अॉफ कैनेडी, सिविल सर्जन, पलामू