मेदिनीनगर : शनिवार को निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 17 के दलित बस्ती के लोगों ने बिजली व सड़क की व्यवस्था की मांग को लेकर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व नवजवान संघर्ष मोरचा के राकेश कुमार तिवारी व अभिषेक तिवारी कर रहे थे. प्रदर्शन के बाद लोगों ने पलामू उपायुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि से मिलकर मांग पत्र सौंपा और सारी स्थिति से उन्हें अवगत कराया.
लोगों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी रेड़मा के दलित बस्ती में रहने वाले हरिजन परिवार के लोग ढिबरी युग में जीने को विवश है. सरकार का यह सोच है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रौशनी पहुंचाना है.उस घर में दीया जलाना है जहां सदियों से अंधेरा है. लेकिन सरकार के दावे एवं कामकाज की हकीकत रेड़मा के दलित बस्ती ही बयान कर रही है.
पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के छहमुहान से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित रेड़मा के दलित बस्ती के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. पहले यह टोला ग्राम पंचायत के अधीन था . लेकिन मेदिनीनगर नगर पर्षद को नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद अब यह बस्ती भी निगम क्षेत्र में शामिल हो गया है.नगर निगम के वार्ड नंबर 17 के परिधि में यह हरिजन बस्ती आता है. लोगों को उम्मीद जगी है कि अब उनके बस्ती में बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होगी. इस टोले की आबादी 200 से अधिक है.
बिजली की व्यवस्था हो इस मांग को लेकर लोग पिछले तीन साल से आंदोलनरत है. 28 सितंबर-2016 एवं चार दिसंबर 2018 को लोगों ने बिजली विभाग को आवेदन दिया था. आग्रह किया था कि इस टोले में बिजली की व्यवस्था की जाये. लेकिन अभी तक विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की. कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में भी शिकायत दर्ज करायी गयी है.
अपने इस मांग को लेकर अब लोग मुखर होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है. उपायुक्त ने लोगों को भरोसा दिया है कि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई होगी.मौके पर जगदीश भुइयां, जगदयाल, विनय, पवन, राहुल, ललिता देवी, पनवा देवी, मीना देवी,ललन राम सहित कई लोग मौजूद थे.