मेदिनीनगर : स्वच्छता के मामले में मेदिनीनगर की अलग पहचान हो, इसके लिए अभियान चलेगा. इसके तहत बड़े शहरों के तर्ज पर सड़कों के किनारे की चहारदीवारी को सजाने का काम किया जायेगा. हाल के दिनों में दीवारों में बेहतर पेंटिंग के जरिये सजाने का कंस्पेट आया है. बड़े महानगर मुंबई, इंदौर के साथ-साथ वैसे शहर जो स्वच्छता के मामले में बेहतर किये हैं.
वहां इस तरह का प्रयोग किया गया है. इसलिए मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र में भी यह प्रयोग किया जा रहा है. इसके लिए झारखंड, छत्तीसगढ़ व मुंबई के दक्ष कलाकारों को आमंत्रित किया गया है, जो चहारदीवारी को सजा कर शहर को एक नया स्वरूप देंगे. शहर को सजाने का यह अवधारणा मेयर अरुणा शंकर का है.
पलामू चेंबर अॉफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने इस मामले को लेकर सुझाव दिया था. रविवार को मेदिनीनगर में आहूत झारखंड चेंबर अॉफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के बैठक में चेंबर अध्यक्ष आनंद शंकर ने इसकी चर्चा की थी. इस अभियान की खासियत यह होगी की इसे सीधे आमजनों को जोड़ा जा रहा है, ताकि स्वच्छता के प्रति आमलोगों के मन में जागृति रहे और वह भी शहर को स्वच्छ रखने में अपनी सक्रिय सहभागिता दर्जा करें.
मेयर श्रीमती शंकर ने बताया कि इस अभियान को सरकारी पैसे से नहीं, बल्कि जन सहभागिता से संपन्न कराया जायेगा. वैसे सरकारी प्रतिष्ठान जिनकी चहारदीवारी सड़क के किनारे है, उस विभाग के प्रमुख से यह आग्रह किया जायेगा कि वह अपने चहारदीवारी का रंग रोगन नये कंसेप्ट में कराये, ताकि शहर को एक अलग पहचान हो. उन्होंने बताया कि कई संस्थान व बैंकों से इसके संदर्भ में बात की गयी है. निगम की ओर से अनुरोध पत्र भेजा जा रहा है, ताकि सभी अपनी सहभागिता दर्ज करें.
इस अभियान को मेयर स्वच्छता सहभागिता अभियान का नाम दिया गया है. बताया गया कि इसके माध्यम से यह भी संदेश देने का काम किया जायेगा कि जन सहभागिता के बल पर बड़े काम किये जा सकते है. पलामू में जन जुड़ाव से बड़े काम होते रहे है उसी दिशा में स्वच्छता अभियान की भी यह पहल की गयी है ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का सपना सच हो सके.