मेदिनीनगर/छतरपुर. थाना क्षेत्र की सिलदाग पंचायत के बसडीहा गांव से सटे जंगल में पत्थर माफियाओं ने वन विभाग कर्मियों पर हमला कर दिया. इस घटना में करीब 10 वन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना शनिवार की रात्रि 10:30 बजे की बतायी जाती है. जानकारी के अनुसार सिलदाग पंचायत के एनएच 98 से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित बसडीहा के जंगल में रात्रि को कुछ पत्थर माफिया ट्रैक्टर पर वन क्षेत्र से अवैध पत्थर लोड कर रहे थे. सूचना मिलने के बाद छतरपुर पूर्वी के वन विभाग की टीम स्थल पर पहुंची. विभाग के कर्मियों द्वारा कार्रवाई के दौरान 30 से 35 की संख्या में अज्ञात पत्थर माफियाओं ने लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी लेकर वन कर्मियों पर हमला कर दिया. इस हमले में वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये, पत्थर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने पर वन कर्मी पर हमला कर दिया. इस घटना में वनपाल लक्ष्मीकांत पांडेय, वनपाल सक्सिज उरांव, वनकर्मी अजय कुमार, संतोष उरांव, पंकज कुमार, आशुतोष कुमार तिवारी, विनोद कुमार, राकेश पासवान, राहुल कुमार समेत कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. रात्रि को घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी. जिस पर कार्रवाई करते हुए छतरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अवध कुमार यादव, प्रभारी थाना प्रभारी अनिल कुमार रजक घटनास्थल पर पहुंचे और घायल वन कर्मियों को छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया. जहां कुछ वनकर्मियों की हालत गंभीर बतायी जा रही है. जिनके सिर में चोट लगी है. बेहतर इलाज के लिए मेदिनीनगर एमएमसीएच रेफर किया गया. उक्त घटना पर थाने में लिखित आवेदन अभी तक नहीं दिया गया है. इस मामले में दो नाम सहित आठ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. बताया जाता है कि प्रशिक्षु आइएफएस नवनीत कुमार के द्वारा पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया था. घटना में घायल वनरक्षी आशुतोष तिवारी ने बताया कि प्रशिक्षु आइएफएस को गुप्त सूचना मिली थी कि अवैध रूप से वन क्षेत्र में पत्थर की तोड़ाई की जा रही है और ट्रैक्टर से ढोया जा रहा है. इस क्रम में पत्थर लदा दो ट्रैक्टर को जब्त किया गया. इसी क्रम में हमलावर टूट पड़े. पत्थर माफियाओं ने वन कर्मियों पर लाठी-डंडे से हमलाकर वन कर्मियों को घायल कर दिया और पकड़े गये दोनों ट्रैक्टर व एक व्यक्ति को छूड़ा ले गये. इसकी सूचना मिलने पर एसडीओ आशीष गंगवार व एसडीपीओ अवध कुमार यादव पुलिस पदाधिकारी व जवानों के साथ रात्रि करीब 11:15 बजे घटनास्थल पर पहुुंचकर घायल कर्मियों को अस्पताल भेजा.
तीन बार वन विभाग की टीम से हो चुकी है विवाद
छतरपुर क्षेत्र में पहली घटना 15 फरवरी को हुई थी. दूसरी बार प्रशिक्षु आइएफएस नवनीत कुमार के द्वारा 25 फरवरी को क्रशर के सर्वे चिह्नितीकरण के लिए जा रहे थे. तभी कुछ लोगों ने हाइवा लगाकर रोड जाम कर दिया था. जबकि तीसरी घटना 22 मार्च को रात्रि में हुई.दो नामजद सहित आठ लोगों पर करायी जायेगी प्राथमिकी
इस संबंध में डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि वन विभाग संजय यादव, लालदेव यादव सहित आठ लोगों पर प्राथमिक की दर्ज करने की तैयारी कर रहा है. बताया कि सरकारी काम में बाधा व जान मारने की नीयत से हमला करने की धारा के तहत प्राथमिक की दर्ज करायी जायेगी. इस संबंध में डीसी शशिरंजन को भी सूचना दे दी गयी है. जिले के एसपी रीष्मा रमेशन से भी बात हुई है. एसपी ने आश्वस्त किया है कि इसके पूर्व भी जितने मारपीट के मामले हैं. उन सभी मामलों में तत्काल गिरफ्तारी की जायेगी.
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