पाकुड़. जिला मुख्यालय समेत प्रखंड इलाकों में शिवरात्रि की तैयारी जोरों पर है. शहर से लेकर गांव तक के शिवालयों को आकर्षक ढंग से सजाने का काम मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है. शहर स्थित दूधनाथ मंदिर, तलवाडंगा महाकाल मंदिर, रेलवे कॉलोनी स्थित शिव मंदिर, शीतला मंदिर समेत अन्य मंदिरों में रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है. कई मंदिरों में रंग-रोगन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तो कहीं मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाने का काम किया जा रहा है. बता दें कि आगामी 26 फरवरी को शिवरात्रि मनायी जाएगी. शिवरात्रि पर शहर के शिवालयों से शिव बारात निकाली जाती है. लोग भूत-पिशाच के रूप में शिवालय तक पहुंचाते हैं.
2005 से दूधनाथ मंदिर में मनायी जा रही है शिवरात्रि :
शहर स्थित दूधनाथ मंदिर में विगत 2005 से शिवरात्रि मनायी जा रही है. शिवरात्रि के अवसर पर दूधनाथ मंदिर से गाजे-बाजे के साथ शिव बारात निकाली जाती है जो शहर भ्रमण कर पुनः दूधनाथ मंदिर आती है. इसके बाद शिव विवाह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. कार्यक्रम में आसपास के श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है. मंदिर के पुजारी सुमेश मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष भी शिवरात्रि को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. रंग-रोगन का काम पूर्ण कर लिया गया है. मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाने का काम किया जा रहा है. शिवरात्रि के मौके पर सुबह रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा. दोपहर के बाद मंदिर परिसर से विशाल बारात का आयोजन किया जाता है. शिव बारात में शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहते हैं. शिव बारात पूरे शहर बिजली कॉलोनी, राजापाड़ा, हाटपाड़ा, तांतीपाड़ा, विवेकानंद चौक आदि अन्य जगहों पर भ्रमण करती है. इसके बाद पुनः दूधनाथ मंदिर आते हैं. इसके बाद प्रसाद का वितरण किया जाता है. वहीं मंदिर में शिव-पार्वती का विवाह उत्सव मनाया जाता है. इसके अलावा पुलिस केंद्र राजापाड़ा स्थित शिवालय सहित कई शिवालयों में बड़े धूमधाम से शिवरात्रि का आयोजन किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है