प्रतिनिधि, महेशपुर ईद-उल-फितर के मौके पर महेशपुर की विभिन्न ईदगाहों और मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा की. इसी दौरान महेशपुर प्रखंड के गायबथान गांव में ईद की नमाज के बाद दर्जनों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने केंद्र सरकार के वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध किया. इस विरोध प्रदर्शन में टीपू सुल्तान, सुभान मियां, मसरूद्दीन अंसारी, समाजुद्दीन अंसारी, सब्बीर अंसारी, जाफर मियां, कमरुद्दीन अंसारी, जिन मोहम्मद अंसारी समेत अन्य लोग शामिल थे. सबसे पहले सभी जिलेवासियों को ईद की मुबारकबाद दी. इसके बाद, सभी ने एकजुट होकर बिल वापस लेने की मांग की. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि सरकार धार्मिक स्वतंत्रता पर रोक लगाने की साजिश कर रही है. लोगों ने कहा कि चार-पांच सौ साल पहले दान की गयी मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान की जमीनों पर सरकार कब्जा करना चाहती है, जबकि ये स्थान धार्मिक और शैक्षणिक कार्यों के लिए हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से कानून में हस्तक्षेप न करने और धार्मिक संपत्तियों को यथावत रखने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताया और कहा कि वे इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय हमेशा आपसी मोहब्बत के साथ रहे हैं और आगे भी इसी तरह रहेंगे.
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