पाकुड़. उपायुक्त मनीष कुमार ने कालाजार उन्मूलन के लिए किए जा रहे कीटनाशी छिड़काव के सफल क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक की. उपायुक्त ने कीटनाशी छिड़काव की गंभीरता से माॅनिटरिंग करने का निर्देश संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बीडीओ को दिया. कहा कि सभी कालाजार अति प्रभावित गांव की सहिया, सेविका, मुखिया, वार्ड सदस्य, प्रधान, पंचायत सेवक, जेएसएलपीएस, जल सहिया, शिक्षक, प्रज्ञा केंद्र के सदस्य कीटनाशी छिड़काव के पूर्व जनजागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार एवं छिड़काव कराने में स्वास्थ्यकर्मियों एवं छिड़काव कर्मियों की मदद करेंगे. सभी एमपीडब्ल्यू, सीएचओ और सहिया को पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया गया. पीकेडीएल मरीज एक भी न छूटे, उनको खोज कर संपूर्ण इलाज करना सुनिश्चित करें. प्रतिवेदित कालाजार रोगियों की ट्रेवल हिस्ट्री लेना सुनिश्चित किया जाए. जिले का प्रखंड कालाजार इन्डिमिक सिटी के मानचित्र में नहीं रहे. जिन्हें एक सप्ताह से ज्यादा बुखार हो, उन्हें चिह्नित कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजकर सही उपचार उपलब्ध कराएं. उपायुक्त ने वीएल एवं पीकेडीएल मरीजों को दी जाने वाली राशि का भुगतान अविलंब करने को कहा. कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को लंबित राशि का भुगतान अविलंब करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कालाजार मरीजों के आधार पर उच्च घनत्व और कम घनत्व वाले गांव को चिह्नित कर पाकुड़ जिले के मानचित्र में रेड, ग्रीन और येलो जोन क्षेत्र को दर्शाकर उपलब्ध कराने को कहा. कालाजार मरीजों में से एक कुशल मरीज को चिह्नित करके कालाजार चैंप्स बनाने को कहा गया ताकि संबंधित गांव में कालाजार एक्टिविटी कराने में उनकी मदद ली जा सके. जनजागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार, बैनर-पोस्टर, हैंडबिल, माइकिंग एवं रात्रि चौपाल के माध्यम से जागरूक किया जाए. मौके पर परियोजना निदेशक अरुण कुमार एक्का, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ अमित कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ केके सिंह एवं अन्य उपस्थित थे.
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