नगर प्रतिनिधि, पाकुड़: बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सोमवार को अमड़ापाड़ा स्थित बांसलोई नदी घाट पर सफाहोड़ समुदाय के महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पवित्र स्नान कर अपने इष्टदेव की पूजा-अर्चना की गई. इस मौके पर जनजातीय संस्कृति की अद्भुत झलक देखने को मिली. सफाहोड़ समुदाय के लोगों ने अपने पुरखा बाबा की पूजा करते हुए फल, फूल, बेलपत्र, तुलसी दल और मिठाइयों से भोग अर्पित किया. पूजा स्थल पर पारंपरिक गीतों और वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि से वातावरण भक्ति में रंग गया. श्रद्धालुओं ने सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की. साथ ही द्रव्य दान कर पूर्वजों से आशीर्वाद लिया. पुरोहितों के अनुसार, बैसाखी पूर्णिमा पर नदी स्नान और पूजा से समस्त संकटों का निवारण होता है तथा यह तिथि पुण्यदायी मानी जाती है.
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