पाकुड़िया. खकसा गांव की किसान बिलाली किस्कू उन्नत किस्म की फूल गोभी, बंधागोभी, मटर व टमाटर की खेती कर न केवल अच्छी पैदावार कर रही हैं, बल्कि अपने परिवार का भी भरण-पोषण भी कर रही हैं. उनकी सफलता से अन्य ग्रामीण महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं. बिलाली किस्कू बताती हैं कि पहले वे सिर्फ धान की खेती करती थीं. रवि फसल में उनकी अधिक रुचि नहीं थी, लेकिन जब वह आजीविका समूह से जुड़ीं, तो उन्हें कृषिक सखी लीलावती किस्कू, एलएचबीआरपी पप्पू गुप्ता और एफटीसी अनूप कुमार के मार्गदर्शन में उन्नत खेती की जानकारी मिली. प्रशिक्षण के माध्यम से उन्होंने जाना कि किस मौसम में कौन-सी फसल से अधिक लाभ हो सकता है. जैविक खेती के महत्व को भी समझा. खेती के लिए सिंचाई की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मूवेबल सोलर पंप और डीप बोरिंग का सहारा लिया. जेएसएलपीएस की मदद से उन्हें मूवेबल सोलर पंप उपलब्ध कराया गया, जिससे खेती और आसान हो गयी. बिलाली ने धूप से पौधों को बचाने के लिए जालीदार मच्छरदानी का उपयोग किया, ताकि टमाटर के पौधे तेज धूप में सूखने से बच सके. उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि आज वे हर महीने लगभग 12,000 रुपये की आमदनी खेती से रही हैं. उन्होंने कहा कि जेएसएलपीएस ने उन्हें प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनने की राह दिखायी. उनकी सफलता अन्य किसानों, विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणादायक साबित हो रही है.
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