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कोलखीपाड़ा में रह कर रंगदारी वसूलता था विंसेंट
पाकुड़ : पुल निर्माण कंपनी के संवेदक से पांच लाख रूपये की रंगादारी मांगे जाने मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी(आलना) के सदस्य विंसेंट सोरेन काफी समय से अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के कोलखीपाड़ा गांव में अपने रिश्तेदार के यहां रह कर रंगदारी मांगने का काम […]
पाकुड़ : पुल निर्माण कंपनी के संवेदक से पांच लाख रूपये की रंगादारी मांगे जाने मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी(आलना) के सदस्य विंसेंट सोरेन काफी समय से अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के कोलखीपाड़ा गांव में अपने रिश्तेदार के यहां रह कर रंगदारी मांगने का काम कर रहा था. पुलिस के मुताबिक विंसेंट सोरेन अपने ग्रुप का विस्तार नहीं करना चाहता था.
एक स्थानीय युवक को लेकर वह घटना को अंजाम देता था. एसडीपीओ किशोर कौशल के मुताबिक विगत 17 अगस्त को मेसर्स भगत एंड कंपनी द्वारा अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के जराकी पहाड़ के समीप निर्माण कराये जा रहे पुल के दौरान विंसेंट सोरेन अपने एक अन्य साथी के साथ वहां पहुंच कर कार्य करा रहे मुंशी व मालिक से पांच लाख रूपये की रंगदारी की मांग की था.
मोबाइल के कॉल डिटेल्स खंगाल कर विंसेंट तक पहुंची पुलिस
विंसेंट सोरेन द्वारा उपरोक्त संवेदक के मोबाइल फोन पर कई बार मांगी गई रंगदारी की राशि दिये जाने की धमकी दी गयी थी. पुलिस ने संवेदक के मोबाइल फोन पर आये नंबर की कॉल डिटेल्स खंगालते हुए विंसेंट तक पहुंची. पुलिस के मुताबिक पुल निर्माण कार्य मामले में विंसेंट सोरेन ने कोलखीपाड़ा गांव के ही एक युवक समरूल किस्कू को साथ लेकर रंगदारी की मांग की थी. दूसरे युवक समरूल किस्कू को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पूर्व में भी एक कंपनी के संवेदक से वसूल चुका है रंगदारी
एसडीपीओ किशोर कौशल के मुताबिक इससे पूर्व भी विंसेंट सोरेन अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के ही बासमती गांव में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी से सड़क निर्माण कार्य के एवज में 20 हजार रूपये की रंगदारी की वसूली कर चुका था. उपरोक्त मामले में संवेदक द्वारा पुलिस के समक्ष किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गयी थी. वर्तमान मामले के आधार पर गिरफ्तारी के बाद विंसेंट ने पुलिस के समक्ष उपरोक्त मामले का खुलासा किया है. पुलिस मामले को लेकर छानबीन कर रही है.
रंगदारी नहीं देने पर काम बंद कराने की दी थी धमकी
मांग पूरा नहीं किये जाने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी गयी थी. इसके बाद संवेदक द्वारा निर्माण कार्य को बंद कराते हुए घटना की जानकारी थाना पुलिस को दी थी.
पुलिस के मुताबिक अनुसंधान के क्रम में पुलिस को यह भी पता चला है कि विंसेंट सोरेन का पुश्तैनी मकान अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के कोलखीपाड़ा ही है. विंसेंट के परिजन वर्तमान में असम के बक्सा जिला में घर बना कर रह रहे हैं.
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