लोहरदगा़ उपायुक्त डॉ ताराचंद ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया एक अनुवांशिक रोग है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता है. इस रोग को लेकर लोगों में जागरूकता अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि शिशु के जन्म के समय ही उसकी स्क्रीनिंग होनी चाहिए ताकि समय रहते सिकल सेल की पहचान की जा सके. उपायुक्त सदर अस्पताल परिसर में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित एक दिवसीय सिकल सेल एनीमिया जांच शिविर में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उन्होंने दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया. उपायुक्त ने कहा कि लोहरदगा जिले में सिकल सेल के मामलों की संख्या कम है, फिर भी जांच सैंपल की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन रोगियों की जांच और इलाज में हर संभव सहयोग करेगा. कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने लोगों से जांच कराने की अपील की. शिविर में उपायुक्त और उप विकास आयुक्त ने स्वयं भी ब्लड सैंपल देकर जांच का शुभारंभ किया. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. शंभूनाथ चौधरी, बनयान रूफ के प्रतिनिधि कुलदीप, चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे. युवक को सांप ने डंसा, गंभीर लोहरदगा़ सेन्हा थाना क्षेत्र के मुर्की तोड़ार मैना टोली में रोपा उरांव के पुत्र छोट्या उरांव को करैत सांप ने डंस लिया.जिससे उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. युवक का प्राथमिक उपचार सदर अस्पताल में करने के पश्चात बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया.
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