लोहरदगा. संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर लोहरदगा जिला कांग्रेस कमेटी ने एक संगोष्ठी और पदयात्रा का आयोजन किया. कार्यक्रम का शुभारंभ कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र भवन में हुआ, जहां जिला अध्यक्ष सुखैर भगत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके पश्चात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजेंद्र भवन से समाहरणालय स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा तक पदयात्रा की. वहां माल्यार्पण कर एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बाबा साहब के योगदानों को याद किया गया. सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष सुखैर भगत ने कहा कि 29 अगस्त 1947 को अंबेडकर को संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्होंने लगभग 60 देशों के संविधान का अध्ययन कर भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया, जो आज भी देश की आत्मा है. उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब ने धर्म, जाति और लिंग आधारित भेदभाव के खिलाफ आवाज उठायी और सामाजिक न्याय, महिलाओं के अधिकार, और आरक्षण व्यवस्था जैसे मुद्दों को संविधान में स्थान दिलाया. डॉ. अंबेडकर के शिक्षा और सामाजिक समानता के विचारों को आत्मसात करने का आह्वान करते हुए सुखैर भगत ने कहा, बाबा साहब का मानना था कि शोषित और वंचित समाज को मुख्य धारा में लाने के लिए उन्हें शिक्षित करना जरूरी है. इस अवसर पर नेसार अहमद, जगदीप भगत, रीना कुमारी भगत, सीमा परवीन, संतोषी उरांव, अनिल उरांव, युनूस अंसारी, सोनू कुरैशी, प्रमोद साहू, नारायण उरांव, बबीता देवी, संगीता उरांव, नूरी खातून, हरि उरांव, राजेंद्र भगत, रोशन लकड़ा, हीरामणि उरांव, और अन्य कई नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही. कुल मिलाकर कार्यक्रम में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और बाबा साहेब के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया.
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