लोहरदगा. श्रीहरि वनवासी विकास समिति द्वारा संचालित रामकली देवी सरस्वती शिशु मंदिर पावरगंज में भगवान गौतम बुद्ध की जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाध्यापिका सुधा देवी ने किया. विद्यालय के आचार्य जनार्दन सिंह ने भगवान गौतम बुद्ध के बारे में विस्तृत जानकारी बच्चों को देते हुए कहा वे बचपन से धार्मिक थे. पढ़ाई के साथ-साथ भगवान के प्रति उनका मन अत्यधिक था. लोगों को दुख पीड़ा में देखते हुए उनका मन संसार से हटने लगा, फिर उन्होंने ज्ञान प्राप्ति के लिए तप किया. भगवान को प्राप्त किया और उसके बाद वह सिद्धार्थ के नाम से जानने लगे. सुधांशु कुमार ने कहा कि भूत का अर्थ जिसका बोध हो गया और दिशा का अर्थ ज्ञान. बच्चों को बताया अपने जीवन रूपी तार को ना ज्यादा कोशिश और ज्यादा ढीली भी छोड़ना चाहिए. इस माध्यम स्थिति में रखना चाहिए. भगवान बुद्ध वैशाख पूर्णिमा में उन्हें ज्ञान प्राप्त और वैशाख पूर्णिमा में ही उनका मृत्यु हुआ.कार्यक्रम में विद्यालय के सभी आचार्य आचार्या एवं बच्चे उपस्थित थे .कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ किया गया.
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