लोहरदगा. पतंजलि योग समिति जिला लोहरदगा के तत्वावधान में आयोजित योगाभ्यास, प्राणायाम एवं मिट्टी स्नान का कार्यक्रम सेन्हा प्रखंड स्थित कोयल नदी के तट पर हुआ. जिसमें पतंजलि योग समिति के कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं योग प्रशिक्षकों सहित आर्यवीर दल के ब्रह्मचारी को आचार्य शरतचंद्र आर्य, आचार्य गणेश शास्त्री एवं अनेक लोग शामिल हुए. सर्वप्रथम मिट्टी स्नान ,सूर्य नमस्कार, कपाल भांति, अनुलोम विलोम, सूक्ष्म व्यायाम, दंड बैठक का अभ्यास राज्य प्रभारी रामजीवन पाण्डेय ने कराया. इस अवसर पर मिट्टी स्नान की महत्ता बताते हुए जिला प्रभारी प्रवीण कुमार भारती ने कहा कि शरीर पंचतत्वों से बना है, जिसमें क्षिति, जल पावक गगन समीरा के रूप में पांच तत्व हैं. इनमें क्षिति पृथ्वी अर्थात मिट्टी का धोतक है. मिट्टी का लेप शरीर में करने से त्वचा में निखार के साथ साथ चर्म रोगों से बचाव होता है. पेट पर मिट्टी का लेप करने से अम्ल, कब्ज, गैस जैसी समस्याओं का शमन होता है. हमें प्रकृति के करीब रहकर प्राकृतिक संसाधनों से प्राकृतिक चिकित्सा कर अपने शारीरिक समस्याओं का निराकरण करना चाहिए. मिट्टी स्नान के बाद कोरांबे मंदिर में आचार्य शरतचंद्र आर्य ने यज्ञ हवन का अभ्यास कराया व यज्ञ हवन का महत्व बताया. इस अवसर पर राज्य कार्यकारिणी सदस्य शिवशंकर सिंह, दिनेश प्रजापति, रघुनंदन शर्मा, डॉ विजय, डॉ गोपाल, जितेंद्र कुमार, शिवराज विजय, संजय मधुर, रवि प्रजापति , वासुदेव, गौतम देवघरिया आदि उपस्थित थे.
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