सेन्हा. प्रखंड मुख्यालय स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेन्हा में बच्चों ने होली खेली. मौके पर प्रधानाचार्य बिमलेश कुमार तिवारी ने कहा कि होली समरसता और प्रेम तथा रंगों का त्योहार है.होली का पर्व द्वेष को मिटा कर समाज में समरसता और प्रेम कायम करने का प्रतीक है. रंगों का त्योहार होली पूर्व संध्या पर विद्यालय के भैया बहनों ने एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगा कर खुशियां मनायी. प्रधानाचार्य ने कहा कि हिरण्यकश्यप के कहने पर होलिका प्रह्लाद को मारने के लिए अपनी गोद में बैठाकर आग में प्रवेश की थी. लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से भक्त प्रह्लाद बच गये और होलिका जल गयी. तभी से बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में होलिका दहन कर यह त्योहार को मनाया जाता है. मौके पर मीना देवी,संध्या कुमारी खुशी सहाय,जयप्रकाश सिंह,रिंकी कुमारी,अंजनी कुमारी,सुधीर उरांव समेत विद्यालय के सभी आचार्य आचार्या और भैया बहन उपस्थित थे.
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