कुड़ू़ पीएम श्री राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय जिंगी में शनिवार को विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक हुई. इसमें विद्यालय के विकास और बच्चों के ड्रॉपआउट रोकने को लेकर सहमति बनी. बैठक में निर्णय लिया गया कि विद्यालय के पोषक क्षेत्र में ड्रॉपआउट कम करने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे. बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अली रजा अंसारी ने कहा कि कई छात्र-छात्राओं को मुख्यधारा में शामिल किया जा चुका है, लेकिन सामाजिक और आर्थिक कारणों से कभी-कभी प्रतिभाशाली बच्चों की पढ़ाई बीच में छूट जाती है, जिसका नकारात्मक प्रभाव केवल बच्चों के भविष्य पर ही नहीं, बल्कि समाज पर भी पड़ता है. उन्होंने कहा कि समाज के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है. इस मौके पर दो ड्रॉपआउट बच्चियों सुप्रिया तिर्की (11 वर्ष) और सुफिया तिर्की (14 वर्ष) का पुनः नामांकन लिया गया. इन बच्चियों को मुख्यधारा से जोड़ने में मैजिक बस संस्था के लाइफ स्किल एजुकेटर राकेश कुमार मिश्रा और कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर संगीता कुमारी की विशेष भूमिका रही. बताया गया कि जिंगी निवासी निकोलस तिर्की पिछले 10 वर्षों से केरल में रोजी-रोटी के लिये गये हैं, जबकि उनकी पत्नी अनिता तिर्की पिछले तीन साल से घर छोड़कर चली गयी है. दंपती के पांच बच्चे हैं, जिनमें बड़ी पुत्री पढ़ाई छोड़ चुकी है, और सुप्रिया व सुफिया झारखंड में पढ़ाई कर रही थीं और रांची जाकर झाड़ू-पोछा का काम कर पेट पाल रही थी. सबसे छोटा भाई जोसेफ तिर्की अभी पीएम श्री जिंगी में ही पढ़ रहा है और दूसरा भाई जॉनसन तिर्की रांची में किसी हॉस्टल में है. मौके पर विद्यालय के शिक्षक आदित्य कुमार वैद्य सहित अन्य शिक्षक और स्टाफ उपस्थित थे.
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