भंडरा/ लोहरदगा. सरकार द्वारा विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने एवं बच्चों की पढ़ाई के प्रति अभिरुचि बढ़ाने के लिए मध्याह्न भोजन पर बल दिया जा रहा है. एमडीएम में अंडा एवं फल को समाहित किया गया है. इसके ठीक विपरीत भंडरा प्रखंड मंे सरकारी पदाधिकारियों की उपेक्षा पूर्ण नीति के कारण मध्याह्न भोजन बंद हो रही है.
राजकीय मवि भंडरा में 13 जुलाई से मध्याह्न भोजन बंद करने की लिखित सूचना विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बीइओ भंडरा को दी गयी है. इसके बावजूद विद्यालय में चावल उपलब्ध नहीं करवाया गया है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुंगेश्वर बड़ाइक बताते हैं कि स्कूल मंे एक जुलाई से ही चावल नहीं है. विद्यालय में प्रतिदिन लगभग 50 किलो चावल का भोजन बनता है. ग्यारह दिनों तक दुकान से उधारी चावल लेकर मध्याह्न भोजन चलायें.
अब दुकानदार उधारी देने से मना कर रहे हैं. जिसके कारण मध्याह्न भोजन बंद करना पड़ रहा है. प्रखंड के सभी विद्यालयों में चावल की समस्या हो गयी है. मध्य विद्यालय पलमी, प्रावि कोटा, अभियान विद्यालय कोटा बगीचा टोली में भी चावल नहीं है. शिक्षक व्यवस्था करने में परेशान हैं. बीइओ ने इस संबंध में बताया कि प्रख्ंाड स्थित गोदाम में चावल नहीं है. चावल की मांग की गयी है. चावल मिलते ही विद्यालयों में पहुंचा दिया जायेगा. बीडीओ अजय भगत ने क हा कि विद्यालयों में मध्याह्न भोजन किसी भी परिस्थिति में बंद नहीं होना चाहिए. चावल की कमी क्यों हुई है, इसकी जांच की जायेगी. वैकल्पिक व्यवस्था कर मध्याह्न भोजन को चलाने की सलाह शिक्षकों को दी जायेगी.