जिले के प्रखंडों में भी स्कूल, दुकानें और सरकारी कार्यालय रहे बंद
एहतियातन कई ट्रेनें रद्द की गयी, कई ट्रेनों के रूट बदले
रात 9.30 बजे बरवाटोली स्थित टिंबर में खड़े ट्रक में आग लगा दी
लोहरदगा : लोहरदगा में गुरुवार को सीएए और एनआरसी के समर्थन में निकाली गयी रैली पर पथराव और आगजनी की घटना के बाद पूरे जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके बावजूद शुक्रवार को भी कुछ जगहों पर दो पक्ष आमने-सामने आ गये. लोहरदगा के निंगनी कुंबा टोली, कुटमू सहित अन्य इलाकों में इस तरह की घटना की सूचना प्रशासन को मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को चेतावनी देकर वहां से हटाया.
शुक्रवार को रात नौ बजे अचानक दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी की जाने लगी. इसके बाद शहरी क्षेत्र के पावरगंज चौक, दुर्गाबाड़ी, हटिया मोहल्ला, कोइरी मोहल्ला, रेलवे साइडिंग सहित अन्य इलाकों में दहशत का माहौल हो गया. इन सब के बीच रात 9.30 बजे बरवाटोली स्थित एक टिंबर में खड़े ट्रक में आग लगा दी गयी. इस दौरान पुलिस जगह-जगह लोगों को संयम बरतने की सलाह देती रही. कई जगहों से उपद्रवियों को खदेड़ा भी गया.
शुक्रवार को जिले के तमाम स्कूल और कॉलेज बंद रहे. सरकारी कार्यालयों, बैंकों, दुकानों और निजी प्रतिष्ठानों पर ताले लटके रहे. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. जिले के प्रखंडों में भी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय, दुकानें, बाजार बंद रहे.
एहतियात के तौर पर प्रखंडों में भी काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये हैं. इधर, सुरक्षा के मद्देनजर लोहरदगा से चलनेवाली ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया या उनका रूट डायवर्ट कर दिया गया. इस घटना का असर गुमला और लातेहार जिलों पर भी पड़ा है. बिशुनपुर और घाघरा प्रखंड पूरी तरह बंद रहे. लातेहार में भी एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. दो फरवरी को यहां भी सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैली निकाली जानी थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी है.
चिह्नित किये जा रहे दोषी, किसी को नहीं बख्शा जायेगा
आइजी नवीन कुमार सिंह और साकेत सिंह शुक्रवार को लोहरदगा पहुंचे. दोनों अधिकारी हालात पर नजर बनाये हुए हैं. आइजी ने बातचीत के दौरान कहा कि लोहरदगा में घटी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. हालांकि, अभी शांति का माहौल है और स्थिति नियंत्रण में है. जिले में धारा 144 व कर्फ्यू लागू है.
पुलिस हर इलाके में तैनात है और नजर रखे हुए है. उन्होंने भरोसा दिलाया की जल्द ही लोहरदगा जिले में जनजीवन सामान्य हो जायेगा. उन्होंने लोगों से कानून का पालन करने और किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. आइजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और वीडियो फुटेज के जरिये जानकारी इकट्ठा की जा रही है. दोषियों को चिह्नित किया जा रहा है. निश्चित रूप से इस घटना में शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. लोहरदगा जिले में 12 पुलिस उपाधीक्षकों की तैनाती की गयी है. काफी संख्या में दूसरे जिले से पुलिस बल को बुलाया गया है. डीसी, एसपी सहित अन्य अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे हैं. चौक-चौराहों एवं संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारियों के साथ पुलिस बल की तैनाती की गयी है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
लोहरदगा के ललित नारायण स्टेडियम से गुरुवार दिन के 11:00 बजे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के समर्थन में रैली निकाली गयी थी. रैली को शहर के मुख्य पथ से होते हुए समाहरणालय मैदान पहुंचना था. रैली में शामिल लोग नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रहे थे. उपायुक्त और एसपी खुद इस रैली के साथ चल रहे थे. रैली जब दिन के 11:30 बजे अमलाटोली के पास से गुजरी, तो विरोधी गुट के लोगों ने रैली में शामिल लोगों पर ताबड़तोड़ ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे स्थिति बिगड़ गयी. उपद्रवियों ने रैली पर पेट्रोल बम भी फेंका, जिससे अफरा-तफरी मच गयी. उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस छोड़े. स्थिति जब पूरी तरह बिगड़ने लगी, तो पुलिस को लगभग 100 राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी.
