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क्वारेंटाइन सेंटर में मजदूरों को नहीं मिला खाना, घर के लिए जबरन हुए रवाना, पुलिस ने रोका

विभिन्न वाहनों से तेलंगाना और हैदराबाद से गुरुवार की रात्रि लातेहार पहुंचे 200 से अधिक प्रवासी मजदूर बालक उच्च विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में खाना नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर शुक्रवार की सुबह तकरीबन दस बजे सेंटर से अपने-अपने घर की ओर पैदल रवाना हो गये. इस दौरान मजदूर शहर के मुख्य पथ से जुलूस की शक्ल में थाना चौक पहुंचे. हालांकि पुलिस के द्वारा यहां उन्हें रोक दिया गया.

लातेहार : विभिन्न वाहनों से तेलंगाना और हैदराबाद से गुरुवार की रात्रि लातेहार पहुंचे 200 से अधिक प्रवासी मजदूर बालक उच्च विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में खाना नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर शुक्रवार की सुबह तकरीबन दस बजे सेंटर से अपने-अपने घर की ओर पैदल रवाना हो गये. इस दौरान मजदूर शहर के मुख्य पथ से जुलूस की शक्ल में थाना चौक पहुंचे. हालांकि पुलिस के द्वारा यहां उन्हें रोक दिया गया.

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बाद में पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद, अनुमंडल पदाधिकारी सागर कुमार, पुलिस उपाधीक्षक डाॅ कैलाश करमाली व थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता थाना चौक पहुंचे और मजदूरों से बात की. इस दौरान मजदूर काफी आक्रोशित थे. उन्होंने शिकायत की कि 24 घंटे से उन्हें न तो भोजन दिया गया और ना ही किसी प्रकार का अल्पाहार उन्हें दिया गया है. अगर उन्हें भूखे ही मरना है तो वे अपने घर जाकर मरेंगे.

बाद में अधिकारियों के द्वारा समझाये जाने के बाद मजदूरों को बस से पुन: बालक उच्च विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर ले जाया गया. यहां अनुमंडल पदाधिकारी व मुख्यालय डीएसपी ने अपने उपस्थिति में सभी मजदूरों को भोजन कराया. यहां सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इसके बाद मजदूरों को यहां बने सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए भेज दिया गया.

क्या है पूरा मामला

गुरुवार की रात कई बस व ट्रकों में सवार होकर तेलंगाना और हैदराबाद से करीब 200 मजदूर लातेहार पहुंचे थे. प्रशासन के द्वारा उन्हें कीनामोड़ स्थित सीआरपीएफ कैंप के पास रोक कर बालक उच्च विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में लाया गया था. मजदूरों का आरोप है कि न तो उन्हें रात में खाना दिया और ना ही शुक्रवार की सुबह उन्हें नास्ता दिया.

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कई मजदूरों ने बताया कि उन्होंने सेंटर के पास स्थित जिला स्टेडियम में लगे सब्जी बाजार से फल आदि खरीदने का प्रयास किया तो उन्हें पुलिस के जवान एवं प्रतिनियुक्त अधिकारियों ने रेाक दिया. मजदूरों ने आरोप लगाया कि जवानों ने फल दुकानदारों को भी उन्हें फल देने से मना कर दिया था. इसके बाद जब मजदूर भूख से तड़पने लगे तो एकजुट हो जिला स्टेडियम से निकलकर शहर के मुख्य पथ से अपने-अपने घर जाने लगे. हालांकि इस दौरान शहर के मुख्य पथ पीसीआर वैन के जवानों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. लेकिन वे नहीं रूके. कई जगहों पर तो उनकी पीसीआर वैन के जवानों के साथ झड़प भी हुई. हालांकि थाना चौक से आगे मजदूरों को बढ़ने नहीं दिया गया.

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