महुआडांड. नक्सली कमांडर मनीष यादव के मारे जाने तथा कुंदन खरवार की गिरफ्तारी के बाद नेतरहाट थाना क्षेत्र के दौना के चोरहा नीचे टोला गांव का माहौल बदल सकता है. दुरूप गांव के लोग पुलिस की कार्रवाई से खुश है. दुरूप के अहिया अंसारी व सौदागर अंसारी समेत कई लोग पिछले तीन साल से पंचायत छोड़ महुआडांड़ में किराये का घर लेकर रह रहे हैं. इन्होंने कहा कि दुरूप पंचायत में अब शांति स्थापित होगी. पिछले तीन साल से क्षेत्र अशांत था. नक्सलियों से ग्रामीण परेशान थे. नक्सली छोटू खरवार की मौत के बाद मनीष यादव और कुंदन खरवार ही क्षेत्र में बचे थे. दौना के ग्रामीणों ने बताया कि 30 अप्रैल को ओरसा में रोड कंस्ट्रक्शन साइट के मुंशी अयूब अहमद की हत्या व जेसीबी में आगजनी के बाद पुलिस अभियान चला रही थी.
नेतरहाट थाना क्षेत्र के दौना चोरहा नीचे टोला में पुलिस और भाकपा माओवादी के बीच हुए मुठभेड़ के बाद छापामारी टीम में कई पुलिस अधिकारी शामिल थे. इनमें पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, एसडीपीओ शिवपुजन बहेलिया, बारेसांढ़ थाना प्रभारी प्रभात कुमार दास, महुआडांड़ थाना प्रभारी मनोज कुमार, सैट बारेसाढ़ और आइआरबी सैट के जवान के अलावा एसएसबी 32 बटालियन, झारखंड जगुआर व सीआरपीएफ 11 बटालियन के अधिकारी व जवान शामिल थे.
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