बेतला़ बेतला के पोखरी कला में अलजामेतुल तैयबा कॉन्फ्रेंस कमेटी के द्वारा जलसा सह दस्तारबंदी का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने फीता काटकर किया. मौके पर विधायक ने कहा कि जलसा में तकरीर द्वारा जो जानकारी दी जाती है उसे अपने जीवन में उतारने की जरूरत है. समाज में नयी दिशा देने में जलसा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. उन्होंने कहा कि आपसी प्रेम और भाईचारा के साथ एक-दूसरे को सहयोग करना ही सही मायने में धर्म का असली अर्थ है. उन्होंने विकास के लिए बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षित करने पर जोर दिया. हाजी मुमताज अली ने कहा कि पोखरी की धरती आपसी भाईचारे की मिसाल रही है. जलसा के जरिये लोगों में अपनी मजहबी ज्ञान के साथ-साथ जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाता है. जलसा में हुजूर अजीजे मिल्लत सरवराहे आला अलजामेतुल असरफिया मोबारकपुर, नईमे मिल्लत मोबारपुर, बिहार के मशहूर शायर जमजम वैशालवी, मध्य प्रदेश के मौलाना गुलाम जिलानी अजहरी, रहूल अमीन जबलपुरी, कोलकाता के मौलाना शहबाज नूरी ने एक से बढ़कर एक शायर और तकरीर पेश किये. मौलाना गुलाम जिलानी ने कहा कि बच्चों को बेहतर तालिम देने की जरूरत है. हजरत नईमे मिलत ने कहा कि इस्लाम नफरत का नहीं मोहब्बत का पैगाम देता है. मौके पर नसीम अंसारी, शमशुल अंसारी, हेसामुल अंसारी, शेर मो अली, लाडले हसन, शफीक अंसारी, मंसूर अंसारी, ऐनामूल अंसारी, अनवर अंसारी, ऐनूल होदा, हदीश अंसारी, गुलाब अंसारी, दिलवार अंसारी व फिरोज अंसारी समेत कई लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

