लातेहार. पुलिस की मुठभेड़ में शनिवार की सुबह मारे गये जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा का अंतिम संस्कार रविवार को सदर प्रखंड के कोने ग्राम के पहाड़ी नदी के किनारे किया गया. अंतिम संस्कार में कोने समेत आसपास के कई गांवों के लोग शामिल हुए. मुखाग्नि बड़े पुत्र रविरंजन लोहरा ने दी. ज्ञात हो कि शनिवार को तड़के साढ़े पांच बजे पुलिस के साथ मुठभेड़ में जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा व सब-जोनल कमाडंर प्रभात गंझू मारे गये थे. दोनों के शवों को शनिवार की शाम करीब छह बजे सदर अस्पताल लाया गया था. देर शाम विशेष चिकित्सकों की टीम ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम किया था. बाद में शवों को परिजनों को सौंप दिया गया था. रविवार की सुबह पप्पू लोहरा का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में किया गया. ज्ञात हो कि पप्पू लोहरा पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. जेजेएमपी व उसके दस्ते के साथ पुलिस की कई बार मुठभेड़ हुई, लेकिन हर बार वह चकमा देकर भाग निकलने में सफल होता था. इस बार पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव को मिली सटीक सूचना के बाद चलाये गये आपरेशन में पप्पू लोहरा अपने एक साथी के साथ पुलिस की गोली से ढेर हो गया. पप्पू लोहरा लातेहार, लोहरदगा व पलामू जिला के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ था. क्षेत्र के कारोबारी, संवेदक व अन्य रसूकदार लोगों में उसके नाम का दशहत था. वहीं सब-जोनल कमांडर प्रभात गंझू का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव बालूमाथ थाना क्षेत्र के लक्षीपुर स्थित डोकर नदी में किया गया. बड़े पुत्र आशीष भोक्ता ने मुखाग्नि दी. प्रभात गंझू के पांच संतान है. इनमें तीन पुत्री और दो पुत्र हैं.
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