लातेहार. भाकपा माओवादी का सब-जाेनल कमांडर मनीष यादव व जाेनल कमांडर कुंदन खरवार लातेहार के अलावा पलामू, गढ़वा, चतरा और गया, औरंगाबाद (बिहार) तथा छतीसगढ़ में कुल 67 नक्सली हमले का आरोपी है. बिहार के इलाके में मनीष यादव सक्रिय था. बाद में वह बूढ़ापहाड़ के इलाके में माओवादियों के दस्ते का सदस्य बना था. सात जनवरी 2013 की चर्चित कटिया मुठभेड़ की घटना घटी थी. इसमें सीआरपीएफ के जवान के पेट में बम प्लांट किया गया था. इस विस्फोट में 13 जवान शहीद हो गये थे. इस घटना के साजिशकर्ता मनीष यादव व कुंदन खरवार थे. इसी तरह वर्ष 2018-19 में गढ़वा के पोलपोल में नक्सली हमला हुआ था. इस हमले में छह जवान शहीद हुए थे. इस घटना में भी मनीष यादव व कुंदन खरवार का हाथ रहा है. इसी तरह 22 नवंबर 2019 में लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के लुकुईया मोड़ पर पीसीआर वैन पर हमला हुआ था. इसमें चार जवान शहीद हो गये थे. इस घटना में भी दोनों नक्सली शामिल रहे थे. इसके अलावा 26 जून 2018 को गढ़वा जिला के भंडरिया थाना से 35 किमी दूर खपरी महुआ में आइडी विस्फोट में चार जवान शहीद हुए थे. 14 मई 2022 को महुआडांड़ थाना क्षेत्र के कंस्ट्रक्शन साइड पर हमला कर दो जेसीबी मशीन और पानी टैंकर को जलाने तथा 25 मई 2023 को महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ही चटकपुर सरनाडीह रोड में काम कर रहे मजदूरों से मारपीट और चार ट्रैक्टर जलाने की घटना को अंजाम दिया था. मनीष पर 40 और कुंदन पर 27 मामले हैं दर्ज: भाकपा माओवादी का सब-जोनल कमांडर मनीष यादव के खिलाफ झारखंड, छतीसगढ़ ओर बिहार राज्य के विभिन्न जिलों के थाना में कुल 40 मामला दर्ज है. मनीष के छतीसगढ़ व बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में पांच-पांच तथा झारखंड के लातेहार जिला में 21, पलामू में एक तथा गढ़वा जिला में आठ मामला दर्ज है. वहीं 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर कुंदन खरवार पर छतीसगढ़ और झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के थानों में कुल 27 मामले दर्ज हैं. कुंदन के खिलाफ में छतीसगढ़ में दो, झारखंड के लातेहार जिला में 19, पलामू जिला में एक तथा चतरा जिला में पांच मामले दर्ज हैं.
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