लातेहार. जिले में धान की खरीदारी की गति काफी धीमी है. किसान अपने धान लैम्पस में बेचने में रूचि नहीं ले रहे हैं. जिले में धान खरीदारी के लिए पर्व की छुट्टी को छोड़ दें, तो मात्र 20 दिन बचे हैं. 31 मार्च के बाद धान की खरीदारी नहीं होगी. अब तक लक्ष्य से मात्र 37 प्रतिशत ही धान खरीदारी हो पायी है. आपूर्ति विभाग के अनुसार 15 दिसंबर से जिले में धान की खरीदारी शुरु हुई थी. अब तक 74277.68 क्विंटल धान की खरीदारी हो पायी है, जबकि लक्ष्य दो लाख क्विंटल है. 4603 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना निबंधन कराया है. 38497.87 क्विंटल धान लैम्पस में पड़े हैं:
किसान नरेश साव, सत्येंद्र प्रसाद व प्रमोद कुमार ने बताया कि बाजार में धान प्रति क्विंटल 2000 रुपये बिक रही है. लैम्पस में 2400 रुपये धान की खरीदारी की जा रही है, लेकिन राशि मिलने का समय निश्चित नहीं है. इस कारण अन्य फसल लगाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसानों ने बताया कि लैम्पस प्रतिनिधियों की ओर से प्रति क्विंटल पांच किलो धान की कटौती की जाती है. इसके अलावा लैम्पस तक धान ले जाने का भाड़ा, लोडिंग और अनलोडिंग में प्रति क्विंटल 100 रम्ये अतिरिक्त खर्च आता है. इसकी भरपाई नहीं हो पाती है.
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