लातेहार ़ लातेहार जिले में हटिया ग्रिड से जरूरत के अनुसार 40 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है. लेकिन इसके बाद भी शहर से लेकर गांव तक जिले के लोग बिजली सेवा से वंचित हैं. बारिश और थंडरिंग के कारण लगातार बिजली आपूर्ति प्रभावित हो जा रही है. जबकि बरसात के पहले ही विद्युत विभाग ग्यारह हजार से लेकर 33 हजार केवीए तार के आसपास से पेड़ों की कटाई कर चुकी है. इसके बावजूद बिजली सेवा लगातार प्रभावित हो रही है. हल्की बारिश और हवा में पूरे शहर की बिजली गुल हो जा रही है. घंटों बिजली गुल रहना नियति बन गयी है. बिजली आती कम है और जाती अधिक है. कभी-कभी तो ऐसा होता है कि बिजली बस एक झलक दिखा कर चली जाती है. जैसे कि पिछले कई घंटो से हो रहा है. पिछले कई घंटे से बिजली नहीं है. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. उपायुक्त बिजली विभाग की हर बैठक में जिले वासियों को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने का निर्देश देते हैं. लेकिन विभागीय लापरवाहियों के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है. रात में शहर के लोग ढ़ूंढ़ रहे है फॉल्ट : जिला मुख्यालय में लगातार बिजली आपूर्ति बाधित रहने से परेशान लोग रात में स्वयं बिजली का फॉल्ट ढ़ूंढ़ने के लिए बिजली विभाग कार्यालय पहुंच रहे हैं. जिला कांग्रेस प्रवक्त पंकज तिवारी ने कहा कि बिजली आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित हो रही है. इसके प्रति विभाग के अधिकारी संवेदनशील नहीं हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र के कई मुहल्लों में तो चार से पांच घंटे तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रहती है. प्रखंडों का भी है यही हाल : जिले के सभी प्रखंडों में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी भयावह है. जिले के चंदवा, बालुमाथ, गारू, बारियातू, मनिका, बरवाडीह, हेरहंज और लातेहार ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति काफी प्रभावित है. कई प्रखंडों में तो 10 से 12 घंटे ही बिजली मिल रही है. प्रखंडों में दिन में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी खराब है. औसतन तीन से चार घंटे ही बिजली आपूर्ति हो पा रही है. क्या कहते है अधिकारी : इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता राजदेव मेहता ने बताया कि लगातार बारिश और थंडरिंग के कारण बिजली आपूर्ति प्रभावित हो जा रही है. उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए विभाग के मिस्त्री लगातार काम कर रहे हैं.
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