महुआडांड़. पलामू व्याघ्र परियोजना के तहत नेतरहाट और लोथ फोल के बीच वन्यजीव सफारी पार्क बनाने की योजना पर वन विभाग विचार कर रहा है. इस संबंध में पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी क्षेत्र के उप-निदेशक कुमार आशीष ने प्रखंड के वन क्षेत्र पदाधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि मनिका विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामचंद्र सिंह की ओर से पलामू टाइगर रिजर्व के सीमित क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से प्रस्ताव को दिया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए संबंधित क्षेत्र में लगभग 300 एकड़ भूमि पर सफारी पार्क विकसित करने की संभावना तलाशी जा रही है. सफारी पार्क बनने से पर्यटकों को बाघ, तेंदुआ, भालू, हाथी समेत अन्य वन्यजीवों को देखने का अवसर मिलेगा. साथ ही ग्रामीणों के लिए रोजगार का नया अवसर मिलेगा. वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि सफारी पार्क क्षेत्र के चयन में सावधानी बरती जायेगी, ताकि वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास और उनके भोजन के स्रोतों को कोई नुकसान नही पहुंचे. विशेष रूप से बाघ और तेंदुआ जैसे मांसाहारी जीवों के आवास में बिना उचित व्यवस्था के हस्तक्षेप नहीं किया जायेगा. वन विभाग स्थानीय ग्रामीणों जनप्रतिनिधि और विशेषज्ञों की राय लेकर संभावित स्थल का चयन करेगा. सफारी पार्क बनने से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान होगा. सफारी पार्क रांची ओरमांझी के तर्ज पर बनाने की योजना है.
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