बालूमाथ़ प्रखंड में मनरेगा द्वारा संचालित दीदी बाड़ी योजना में पिछले पांच दिन के भीतर अवैध निकासी संबंधी दो मामले सामने आये हैं. दोनों पीड़िता ने बीडीओ सोमा उरांव को कार्रवाई के लिए आवेदन भी दिया है. बावजूद अब तक किसी प्रकार की कोई प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई है. बताते चले कि प्रखंड में इस वित्तिय वर्ष में कुल 997 दीदी बड़ी योजना संचालित हो रही है. सबसे अधिक योजना रजवार पंचायत में चल रही है. वहीं भगिया पंचायत में दीदी बाड़ी की 139 योजना पूर्ण कर ली गयी है. उक्त योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. साथ ही ताजी हरी सब्जी का उत्पादन कर जीविकोपार्जन में महिलाओं को मदद करना है, पर यहां उक्त योजना का अर्थ ही बदल दिया गया है. मुरपा गांव की गायत्री देवी व नीलम कुमारी ने आवेदन देकर अवैध निकासी की जानकारी भी अधिकारी को दी है. इसका आरोप बीपीओ, मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक पर लगाया गया है. बावजूद अब तक जांच शुरू नहीं की गयी है. मामले की लीपा पोती का प्रयास जारी है. दोनों लाभुकों ने कहा कि वे जल्द ही उपायुक्त से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे. स्थानीय लोगों ने मुरपा के अलावे भगिया, बालू, रजवार समेत सभी 13 पंचायत में दीदी बड़ी योजना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. इस संबंध में बीडीओ सोमा उरांव ने कहा कि दूसरी लाभुक का आवेदन मेरी जानकारी में फिलहाल नहीं है. फिर भी मैंने मनरेगा के सहायक अभियंता व कनीय अभियंता को जांच का निर्देश दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

