बेतला. झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक आइएएस राजेश प्रसाद ने कहा कि विद्यार्थियों को चुनौतियों से लड़ने की जरूरत है. चुनौती मिलने से जीवन सफल हो जाता है. उक्त बातें वह बरवाडीह प्रखंड के सरइडीह स्थित प्लस टू उवि में आयोजित सम्मान सह अभिनंदन समारोह के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि किसी भी मंजिल को पाने के लिए आत्मविश्वास और कठिन परिश्रम की जरूरत है. निर्णय सही दिशा में हुआ, तो कामयाबी मिलती है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया व पारिवारिक स्थिति बहुत प्रभावित करती है. उन्होंने अपने जीवन के विद्यार्थी जीवन से लेकर एक आइएएस बनने तक के सफर की जानकारी दी. निदेशक ने कहा कि पढ़ाई के दौरान अपने लक्ष्य को फोकस करें. कार्यक्रम के दौरान पूर्व बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष नसीम अंसारी ने कहा कि यह गौरव का पल है कि सरईडीह-पोखरी इलाके से चलकर कोई इस पद तक पहुंचा है. यह गौरव की बात है. जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने कहा कि राजेश प्रसाद इलाके के आइकॉन हैं. कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक उमेश टोप्पो ने निदेशक राजेश प्रसाद का आभार प्रकट किया. कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक के नेतृत्व में विद्यालय प्रबंधन की ओर से निदेशक सहित अन्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ और शॉल देकर सम्मानित किया गया. संचालन शिक्षिका फूलमनी टूटी ने किया. ज्ञात हो कि राजेश प्रसाद बरवाडीह प्रखंड के सरईडीह गांव के रहनेवाले हैं. माध्यमिक निदेशक बनने के बाद राज्य में पहली बार वह अपने गांव में ही मौजूद विद्यालय के कार्यक्रम में शामिल हुए. मौके पर संरक्षक रामनाथ साव, दिलीप प्रसाद, दिग्विजय सिंह, मुखिया नीतू देवी, मंसूर आलम, सुशील कुमार, गुलाम अनवर व सलीम अंसारी सहित सभी शिक्षक और सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद थे .
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है