बेतला़ पलामू प्रमंडल के पर्यटन स्थलों में अगर किसी जगह को सबसे अधिक पसंद किया जाता है तो वह लातेहार और पलामू जिले की सीमा पर स्थित केचकी संगम है. झारखंड की दो महत्वपूर्ण नदियां उत्तरी कोयल और औरंगा यहां आकर मिलती हैं. जंगलों से होकर आने वाली ये नदियां संगम के बाद एकाकार होकर उत्तरी कोयल नाम से आगे बढ़ती हैं, जिसके किनारे पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर बसा है. आगे चलकर यह नदी सोन नदी में मिल जाती है. पर्यटन के लिहाज से केचकी अद्वितीय माना जाता है. अंग्रेज शासनकाल में भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध था. आजादी के बाद इस स्थान की लोकप्रियता और बढ़ी. सत्यजीत राय जैसे दिग्गज निर्देशक, शर्मिला टैगोर, सिमी ग्रेवाल, मोहम्मद रफी, दिलीप कुमार, सायरा बानो, नाना पाटेकर, राज बब्बर और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे कई फिल्मी सितारे यहां पहुंचे और कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई. कई राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के जज समेत बड़ी हस्तियां भी यहां आ चुकी हैं. खूबसूरत वादियों के साथ बेहतर सुरक्षा व्यवस्था : केचकी संगम न सिर्फ खूबसूरती के लिए जाना जाता है, बल्कि यह अत्यंत सुरक्षित पर्यटन स्थल भी है. विस्तृत क्षेत्र होने के कारण यहां एक साथ लाखों पर्यटक आराम से घूम-फिर सकते हैं. हर साल लाखों लोग परिवार और दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आते हैं. विशेष रूप से दिसंबर और जनवरी में यहां पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है. केचकी संगम मेदिनीनगर से 15 किलोमीटर, बेतला से लगभग सात किलोमीटर और लातेहार से 70 किलोमीटर दूर स्थित है. मेदिनीनगर, लातेहार या रांची से आने वाले पर्यटक दुबिया खाड़ या तुंबागड़ा मार्ग से यहां पहुंच सकते हैं.
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