जवानों का हौसला बढ़ाने पहुंचे सीआरपीएफ डीजी दुर्गा प्रसाद , बोले
संदर्भ: करमडीह जंगल में बुधवार को मुठभेड़ में मारे गये छह माओवादी
बेतला : सीआरपीएफ डीजी दुर्गा प्रसाद ने कहा कि राज्य में शांति का वातावरण कायम रहे. इसके लिए पुलिस पूरी सक्रियता के साथ लगी है, जो लेाग मुख्यधारा से भटक कर समाज में अशांति फैलाने के लिए विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देना चाहते हैं, वैसे तत्वों से पुलिस सख्ती के साथ निबटेगी. साथ ही वैसे लोग जो गुमराह हो कर मुख्यधारा से भटक गये हैं वे यदि मुख्यधारा में वापस आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. श्री प्रसाद गुरुवार को लातेहार जिला के छिपादोहर थाना क्षेत्र के करमडीह गांव पहुंचे थे. गौरतलब है कि बुधवार की सुबह करमडीह के कोयल नदी के पास पुलिस व माओवादियों में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें छह माओवादी मारे गये थे.
बाइक से करमडीह, फिर पैदल मुठभेड़ स्थल पहुंचे : गुरुवार को सीआरपीएफ डीजी हेलीकॉप्टर से लात गांव, उसके बाद एक बाइक पर सवार हो कर वह करमडीह गांव गये और वहां से पैदल जंगल के रास्ते मुठभेड़ स्थल तक पहुंचे. श्री प्रसाद ने कहा कि झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में बुधवार को जो सफलता मिली वह बड़ी सफलता है.
यह सफलता लातेहार पुलिस अधीक्षक के कुशल नेतृत्व और जवानों के साहस की परिचायक है. ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को पुरस्कृत किया जायेगा. इस तरह का अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक झारखंड से उग्रवाद का खात्मा न हो जाये. मौके पर सीआरपीएफ आइजी संजय लाटकर, डीआइजी विपुल कुमार शुक्ला, एसपी अनूप बिरथरे, सीआरपीएफ डीआइजी सुनील तोरपे, कमांडेंट रमेश कुमार पांडेय, एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा सहित कई जवान मौजूद थे.
लेवी वसूल कर रखे पैसे हो गये बेकार
पत्रकारों से बात करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि अब उग्रवादियों के असली चाल चरित्र से सभी वाकिफ हो चुके हैं. यही कारण है कि अब गांव में भी माओवादियों को पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है. यह सही है कि नोटबंदी के बाद आर्थिक स्रोत पर गहरी चोट पड़ी है. लेवी वसूल कर माओवादियों ने पैसे रखे थे . लेकिन अब वह उसे कैसे बचाये इसे लेकर बेचैन हैं. पुलिस की सक्रियता के कारण अब उन्हें कोई रास्ता नहीं दिख रहा है. पुलिस उनकी मांद में घुस कर कार्रवाई करेगी. जवानों का मनोबल ऊंचा है. उग्रवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा.