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लातेहार : उपायुक्त ने की रक्तदान के लिए आगे आने की अपील, कहा- रक्त का कोई विकल्प नहीं

– मामला : खून की कमी से विद्यावती की मौत का आशीष टैगोर, लातेहार गत 29 जनवरी को जिले के बेतला से सटे कुटमू गांव के मुन्ना पासवान की 12 वर्षीय पुत्री विद्यावती कुमारी की मौत खून की कमी से हो गयी. वह कक्षा आठ की छात्रा थी. उसे एप्लास्टिक एनीमिया नामक बीमारी थी. गत […]

– मामला : खून की कमी से विद्यावती की मौत का

आशीष टैगोर, लातेहार

गत 29 जनवरी को जिले के बेतला से सटे कुटमू गांव के मुन्ना पासवान की 12 वर्षीय पुत्री विद्यावती कुमारी की मौत खून की कमी से हो गयी. वह कक्षा आठ की छात्रा थी. उसे एप्लास्टिक एनीमिया नामक बीमारी थी. गत दिनों वह मेदिनीनगर के एक अस्पताल में भरती थी. आरोप है कि जरूरत पड़ने पर उसे न तो मेदिनीनगर ब्लड बैंक से खून उपलब्ध कराया गया और ना ही लातेहार स्थित ब्लड बैंक से और उसकी मौत हो गयी. इस मामले को उपायुक्त जिशान कमर ने गंभीरता से लिया और इसकी जांच करायी.

दिसंबर माह में आये थे परिजन: सीएस

इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ एसपी शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच करायी है. विद्यावती के परिजन गत दिसंबर माह में ब्लड बैंक आये थे और उन्हें एक यूनिट रक्त उपलब्ध कराया गया था. उसके बाद उसके परिजन यहां नहीं आये. जनवरी माह में विद्यावती के लातेहार अस्पताल आने का कोई रिकार्ड दर्ज नहीं है. न तो ओपीडी में ही उसकी कोई परची है और ना वह यहां एडमिट थी. डॉ शर्मा ने बताया कि जांच रिर्पोट उपायुक्त को सौंप दी गयी है.

वर्ष 2005 में बना था ब्लड बैंक, रक्त दाताओं की कमी झेल रहा है

लातेहार में तत्कालीन उपायुक्त कमल किशोर सोन के द्वारा चार अप्रैल 2005 में ब्लड बैंक भवन का लोकार्पण किया गया था. जबकि 20 अगस्‍त 2006 को ब्लड बैंक का लाइसेंस निर्गत किया गया था. रेडक्रॉस सोसाइटी, लातेहार के माध्यम से कुछ महीनों तक ब्लड बैंक का संचालन किया गया. लेकिन ब्लड बैंक में बिजली की लचर व्यवस्था एवं आवंटन के अभाव में इसे बंद कर दिया गया. वर्ष 2017 में सदर अस्पताल से सौर उर्जा द्वारा बिजली प्रदान किये जाने के बाद ब्लड बैंक का पुनः संचालन प्रारंभ किया गया. अब यह स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित होता है.

ब्लड बैंक में छह फ्रीज उपलब्ध कराये गये हैं जिसमें 300 यूनिट तक रक्त संग्रह किया जा सकता है. लेकिन रक्त दाताओं की भारी कमी के कारण यहां हमेशा रक्त का अभाव रहता है. ब्लड बैंक के लैब टैक्निशियन विनय कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक महीने औसतन 40 से 45 यूनिट रक्त की खपत होती है. रक्तदान शिविरों के प्रति लोगों की उदासीनता के कारण रक्त की व्यवस्था स्वेच्छिक रक्तदाताओं के माध्यम से की जाती है. वर्तमान में ब्लड बैंक में नौ यूनिट रक्त संग्रह है.

मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं : उपायुक्त

उपायुक्त जिशान कमर ने युवाओं से रक्तदान करने के लिए आगे आने की अपील की है. उन्‍होंने कहा कि मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं है. रक्तदान करके ही रक्त का संग्रहण किया जा सकता है. उपायुक्त ने कहा कि आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी की जिंदगी बचा सकता है. उन्‍होंने रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने की भी अपील की. उपायुक्त ने कहा कि रक्त संग्रहण के लिए रक्तदान शिविरों का आयोजन करना आवश्यक है. जिला प्रशासन हमेशा ऐसे आयोजनों में हर संभव मदद करेगा. उन्होने रेडक्रॉस सोसायटी के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन कराने की बात कही.

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