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धारदार हथियार से पूर्व आजसू नेता की हत्या
चंदवा : थाना क्षेत्र के चकला गांव स्थित आनंद भुईयां के घर के समीप सोमवार के तड़के पूर्व आजसू नेता रंजीत सिंह (40) पिता स्व. ब्रह्मदेव सिंह का शव पाया गया. उसके सिर पर किसी धारदार हथियार से प्रहार के निशान थे. तड़के जब लोगों ने शव देखा को यह बात आग की तरह पूरे […]
चंदवा : थाना क्षेत्र के चकला गांव स्थित आनंद भुईयां के घर के समीप सोमवार के तड़के पूर्व आजसू नेता रंजीत सिंह (40) पिता स्व. ब्रह्मदेव सिंह का शव पाया गया. उसके सिर पर किसी धारदार हथियार से प्रहार के निशान थे. तड़के जब लोगों ने शव देखा को यह बात आग की तरह पूरे गांव में फैल गयी. पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. पुलिस निरीक्षक कमलेश्वर पांडेय के नेतृत्व में पुलिस गांव पहुंची. शव को कब्जे में लेकर गांव वालों से पूछताछ की जा रही है.
मृतक के भाई दीप नारायण सिंह ने बताया कि हमलोग अलग-अलग रहते हैं. रविवार की रात करीब 8.30 बजे तक रंजीत चकला गांव में ही था. हमलोग खाना खाकर सो गये. इस बीच करीब 10.30 बचाओ-बचाओ की आवाज आयी. मैं बाहर आया तक आवाज शांत हो गयी थी.
इसके बाद हमलोगों ने ध्यान नहीं दिया. सुबह गांववालों ने आनंद भुईयां के घर के समीप शव होने की सूचना दी. पुलिस निरीक्षक कमलेश्वर पांडेय ने बताया कि किसी धारदार चीज से रविवार की रात उसकी हत्या की गयी है. हत्या में इस्तेमाल हथियार अब तक बरामद नहीं किया गया है. अंत्यपरीक्षण के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. मृतक के संबंध में जानकारी जुटायी जा रही है. इन दिनों वह दिन भर नशे में रहता था. मृतक का मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है. अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर हर पहलुओं पर जांच जारी है.
कटे-कटे रहते थे गांव के कई लोग
ग्रामीणों की मानें तो रंजीत के गांव में कई लोगों से अच्छे संबंध नहीं थे. बात-बात पर शराब पीकर गाली-गलौज उसकी नियति बन गयी थी. इसी कारण भी कई गांव वाले उससे कटे-कटे रहते थे.
गांव में ही एक महिला के साथ उसका अनैतिक संबंध था. वह अक्सर उसके घर जाया करता था. रंजीत का एक जूता भी आनंद भुईयां की छप्पर पर मिला. शव के नजदीक ही टार्च भी पड़ा था. पुलिस पूछताछ के लिये आनंद भुईयां व उसकी पत्नी सोनिया देवी को थाना ले गयी है.
समिति बनाकर कार्य करने की थी योजना
रंजीत सिंह ने इन दिनों चकला व कामता गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर नगर श्रमिक सहयोग समिति नामक संस्था का गठन किया था. अभिजीत पावर प्लांट के शुरुआती दिनों में भी वह श्रमिकों के लिये आवाज बुलंद करता था. नवनिर्मित संस्था के माध्यम से श्रमिकों व क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्य पर नजर रखने की योजना थी. गौरतलब है कि रंजीत के पिता ब्रह्मदेव सिंह की मौत भी हत्या से हुई थी.
पत्नी है वार्ड सदस्य
रंजीत सिंह की पत्नी बेबी सिंह चकला पंचायत के वार्ड नंबर नौ की सदस्य है. उसका एक बेटा व एक बेटी है. घटना के दिन बेबी सिंह चकला में नहीं थी. दोनों बच्चों के साथ वह अन्यत्र गयी थी.
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