मरकच्चो. प्रखंड के कानिकेंद में मंगलवार को संयुक्त वन अधिकार समिति की बैठक हुई. बैठक में वन अधिकार कानून-2006 को लागू करने के साथ बंदोबस्ती, गैरमजरुआ भूदान एवं खतियानी जमीन को ऑनलाइन में नहीं चढ़ाने की समस्या को लेकर आगामी चार नवंबर से उपायुक्त कोडरमा के कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की तैयारी पर चर्चा की गयी. बैठक में वक्ताओं ने कहा की वन आश्रित समुदायों के साथ ऐतिहासिक अन्याय को दूर करने और वन आश्रित समुदायों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों को पुनः स्थापित करने के लिए वन अधिकार कानून बनाया गया है, लेकिन वन विभाग के द्वारा केस मुकदमा कर उल्टे वन आश्रितों को मानसिक एवं आर्थिक दोहन के जाल में फंसा दिया जाता है. आगामी 04 नवंबर को अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया गया है. हजारों की संख्या में लोकाई मंदिर प्रांगण में जमा होंगे और रैली के बाद अनिश्चितकालीन धरना देंगे. धरना- प्रदर्शन में एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ राणा सिंह परमार तथा समाजवादी नेता गौतम सागर राणा मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे. अध्यक्षता रामेश्वर मुर्मू ने की, संचालन भैया टुडू ने किया. मौके पर बिशन किस्कू, संदीप कुमार, राजेश मुर्मू, दिनेश हांसदा, रूपन मुर्मू, किशुन हेमब्रम, तालो हेमब्रम, मंटू सोरेन, बाबूलाल हेमब्रम, विजय सोरेन, अशोक बेसरा समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
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