कोडरमा स्टेशन पर विभिन्न संगठनों ने सौंपा ज्ञापन, बोले- ट्रेन नहीं तो चैन नहीं झुमरीतिलैया. कोडरमा रेलवे स्टेशन से सूरत के लिए ट्रेन नहीं, तब तक चैन नहीं नारे के साथ सामाजिक कार्यकर्ता और संगठन से जुड़े लोग स्टेशन पहुंचे. उन्होंने झारखंड से गुजरात के सूरत तक सीधी ट्रेन की मांग को लेकर अपना स्पष्ट संदेश प्रशासन को दिया. कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद, देवघर जैसे जिलों से लाखों की संख्या में श्रमिक रोजगार के लिए गुजरात के सूरत, अहमदाबाद, बड़ौदा आदि शहरों में प्रवास करते हैं, प्रतिदिन हजारों मज़दूरों का आना-जाना रहता है, लेकिन कोडरमा से सूरत के लिए कोई भी सीधी ट्रेन नहीं होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसे लेकर दिन के 10 बजे दर्जनों सामाजिक संगठनों से जुड़े लाेग स्टेशन पहुंच कर ज्ञापन सौंपा. हालांकि पहले 22 अप्रैल को अनिश्चितकालीन धरना की योजना थी, परंतु उसी दिन पहलगाम में आतंकी घटना हुई थी, जिसे लेकर संगठन ने आंदोलन को स्थगित कर दिया. इसके बाद तय तिथि पांच मई को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया. प्रमुख मांगों में कोडरमा से सूरत व अहमदाबाद के लिए नियमित सीधी ट्रेन की शुरुआत हो, सामान्य डिब्बों (जनरल बोगी) की संख्या में वृद्धि की जाये, 100 किमी से अधिक दूरी तय करने वाले सामान्य टिकटधारियों को भी बैठने की सुविधा मिले, प्रतीक्षारत यात्रियों के अनुसार अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जायें. मौके पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ युवा मोर्चा झारखंड, समस्त झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट, कुशवाहा कल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट, यदुवंशी समाज सेवा ट्रस्ट, प्रवासी मज़दूर संघ, नरेगा मज़दूर मंच दहेज मुक्त सेवा संघ झारखंड, क्षेत्रीय संघर्ष समिति लेदा संगठन, सुंडी चेरिटेबल ट्रस्ट, रेल यात्री अधिकार नागरिक मंच, रोजी-रोटी अधिकार मंच, समस्त झारखंड राणा समाज ट्रस्ट आदि शामिल थे. ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष, पं दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ युवा मोर्चा झारखंड गौतम पांडेय, बासुदेव वर्मा, फूलदेव वर्मा , नवीन कुमार यादव, दुर्गा प्रसाद यादव, विश्वनाथ सिंह, संतोष राणा, अजय पांडेय, शंभु विश्वकर्मा, रंजीत मोदी, देव पंडित, कृष्ण कुमार यादव आदि शामिल थे.
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