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तिलैया डैम के पास बनेगा वाटर पार्क बनाने का प्रस्ताव
जिला प्रशासन ने पर्यटन विकास विभाग को भेजा प्रस्ताव, एंडवेंचर टूरिज्म के रूप में विकसित करने की तैयारी वाटर बॉडी एक्टीविटिज से लेकर अन्य कार्यक्रम को लेकर बताया उपयुक्त जगह, पीपीपी मोड़ पर भी काम संभव विकास कोडरमा : सुंदर प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित तिलैया डैम के दिन बहुरने वाले हैं. राज्य के पर्यटन […]
जिला प्रशासन ने पर्यटन विकास विभाग को भेजा प्रस्ताव, एंडवेंचर टूरिज्म के रूप में विकसित करने की तैयारी
वाटर बॉडी एक्टीविटिज से लेकर अन्य कार्यक्रम को लेकर बताया उपयुक्त जगह, पीपीपी मोड़ पर भी काम संभव
विकास
कोडरमा : सुंदर प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित तिलैया डैम के दिन बहुरने वाले हैं. राज्य के पर्यटन मानचित्र पर तिलैया डैम को लाने का प्रयास पहले से जारी है. इस बीच डैम के उरवां स्थित झील के पास वाटर पार्क बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने तैयार किया है. अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो बहुत जल्द इस योजना पर काम शुरू हो सकता है.
इससे संबंधित एक प्रस्ताव तैयार कर उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा के स्तर से पर्यटन विकास विभाग रांची के सचिव को भेजा गया है. प्रस्ताव में तिलैया डैम की खूबसूरती व खूबियों का उल्लेख करते हुए यहां मौजूद संभावनाओं की भी जानकारी दी गयी है. जानकारी के अनुसार पर्यटन विकास विभाग को जो प्रस्ताव भेजा गया है, उसमें कहा गया है कि तिलैया डैम कोडरमा जिला का सबसे खूबसूरत स्थल है. डीवीसी द्वारा यहां वाटर हाइडल प्रोजेक्ट का संचालन किया जा रहा है. डैम चारों ओर खूबसूरत पहाड़ी व वन क्षेत्र से घिरा है.
डैम की वाटर बॉडी करीब 36 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. ऊंचाई अधिक होने के कारण यहां सालों भर पर्याप्त मात्रा में जल संचित रहता है. सुंदर प्राकृतिक वातावरण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. इस जगह को एडवेंचर टूरिजम के रूप में विकसित किया जा सकता है
इसके लिए उपयुक्त जगह उरवां पंचायत में पर्यटन विभाग के द्वारा बनाये गये झील रेस्टोरेंट के पास बतायी गयी है. इस रेस्टोरेंट के पास झील एरिया में वाटर बॉडी (जल क्रीड़ा) एक्टीविटिज के लिए विकसित करने का प्रस्ताव है. जिला प्रशासन ने यहां वाटर पोलो, राविंग, वाचिंग, मोटर बोट से लेकर अन्य एक्टीविटिज को लेकर भी जानकारी दी है. कहा गया है कि मोटर बोट से पर्यटकों द्वारा बोटिंग करने की व्यापक संभावना है.
ऐसे में यहां सिविल निर्माण कार्य कराया जा सकता है. यहीं नहीं जल क्रीड़ा पर आधारित साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल क्रीड़ा उपकरण आदि उपलब्ध कराये जा सकते है. प्रस्ताव में कहा गया है कि स्थायीन युवाओं को वाटर स्पोर्ट्स कैंप के माध्य से प्रशिक्षण देकर स्वालंबी बना सकते हैं. हालांकि प्रस्ताव में तकनीकि विशेषज्ञ द्वारा पूरी जानकारी लेने की भी बात कही गयी है. इसमें साइट की स्थिति, मांग, राजस्व प्राप्ति के साधन, भविष्य की संभावनाएं आदि शामिल हैं. पर्यटन विभाग को भेजे गये प्रस्ताव में यह भी जानकारी दी गयी है कि प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए काम करने की जरूरत है. इसके लिए आस्था ऊर्जा प्राइवेट लिमिटेड से प्रस्ताव प्राप्त है. यहीं नहीं वाटर पार्क को बनाने के लिए पीपीपी मोड़ से भी काम को संभव बताया गया है.
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