कोडरमा : मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लाभार्थियों को बिना सहयोगी के गुरुवार को जगन्नाथपुरी भेजते देख शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव भड़क उठीं. इस योजना के तहत 60 वर्ष या इससे ऊपर के 100 बीपीएलधारी वरिष्ठ नागरिकों को बोकारो से पुरी भेजने के लिए यात्रियों को बस से रवाना करने के लिए शिक्षा मंत्री समाहरणालय पहुंची थीं.
पर तैयारी आधी-अधूरी थी. यह देख मंत्री ने आपा खो दिया. मंत्री ने डीडीसी सूर्य प्रकाश को बेवकूफ बताते हुए खूब खरी खोटी सुनायी. यही नहीं मंत्री ने डीडीसी को यहां तक कह दिया कि किसी आदमी को थोड़ी सी खरोंच आयी, तो तुम सा… सब लोग अंदर जाओगे.
जानकारी के अनुसार तीर्थ यात्रियों के साथ मात्र तीन प्रशिक्षु उप समाहर्ता जमाले रजा, समरेश भंडारी व शैलेंद्र चौरसिया को जिला प्रशासन द्वारा भेजा जा रहा था. यही नहीं, मौके पर कई यात्रियों ने शिक्षा मंत्री से शिकायत की कि उन्हें यात्रा की जानकारी कल ही दी गयी है.
प्रशिक्षु उप समाहर्ता से यात्रियों की सूची की मांग की गयी, तो उपलब्ध नहीं करायी गयी. जब पदाधिकारी से पूछा गया कि किस वाहन में कौन से यात्री को भेजा जा रहा है, इस पर भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला. मंत्री ने पूछा कि जब यात्रियों की सूची 10 नवंबर तक विभाग काे भेजनी थी, तो 19 नवंबर को सूची क्यों नहीं भेजी गयी. मंत्री के सवाल का जवाब संतोषजनक नहीं मिला, तो उन्होंने मौके पर मौजूद डीडीसी सूर्य प्रकाश और अन्य अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी. हालांकि, बाद में मंत्री ने हरी झंडी दिखा कर वाहन को रवाना भी किया. मौके पर एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार भी मौजूद थे.
…. तमाशा करके रखे हो
मंत्री ने डीडीसी से कहा… बेवकूफ लोग कहीं का, ये लोग समुद्र स्नान करेगा, कौन रहेगा, इनके साथ, तमाशा बना कर रखे हो जिला को, सबका नाम डिटेल लीजिए, एक को कुछ हुआ, तो तुम जाओगे अंदर, समझ गये हो डीडीसी. तमाशा करके रखे हो जिला को. बेवकूफ कहीं के, समझ में नहीं आता है, तुम लोगों को.
सीएम चाह रहे हैं कि सभी बुजुर्ग यात्रा का लाभ उठाएं, इनके साथ में अटेंडेंट जाए व तुम लोग को कोई चिंता ही नहीं है. सारे लोगों का लिस्ट बना दिये. किसी को पता नहीं. किसी को शाम में, तो किसी को कल ही पता चला है. कैसे जाना है, क्या करना है, मालूम है…. बतायें हैं… अभी बतायें है. मंत्री ने कहा, इमरजेंसी बैठक बुलाइए, कहां है डीसी, रवाना करने के बाद तुरंत एक बैठक करिये. इनमें से एक को भी एक खरोंच नहीं आनी चाहिए, सुन लीजिए मेरी बात को, किसी को भी जरा सी खरोच आयी, तो तुम …. लोग सब जाओगे.
यह लापरवाही व अनदेखी है
शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा …कोडरमा जिले में सौ तीर्थ यात्रियों को परिवार के एक सदस्य के साथ भेजा जाना था. परंतु तय तिथि के कई दिनों के बाद आनन फानन में यात्रियों का चयन कर कोरम पूरा किया जा रहा था. एक ही परिवार की कई महिलाओं को लाभार्थी बनाया गया. वृद्ध तीर्थयात्रियों के साथ परिवार के किसी सदस्य को नहीं भेजा जा रहा था. मुख्यमंत्री की इस महत्वपूर्ण योजना के प्रति यह अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी है. इस तरह की लापरवाही को कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. मैंने अधिकारियों को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने और लोगों के प्रति जिम्मेवार बनने को कहा है.