हाथियों के उत्पात पर रोक नहीं
चरही : चुरचू प्रखंड स्थित तिताही गांव में हाथियों ने शुक्रवार को तबाही मचायी. 14 हाथियों का झुंड चनारो गांव के पुरनापानी बस्ती, डुमरकोचा गांव के कई घरों को ध्वस्त करने के बाद 13 सितंबर की रात तिताही गांव पहुंचा.
हाथियों की चिहाड़ से पूरा तिताही गांव कांप उठा. गांव के सभी ग्रामीण गांव छोड़ कर दूसरे गांव भाग गये. यहां हाथियों ने तीन घरों को ध्वस्त कर दिया.
घर ध्वस्त किया : हाथियों ने तिताही गांव के चारो मांझी पिता स्व जीतन मांझी के घर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. घर में रखे सूखे मकई को खा गया और घर के सामान को तहस–नहस कर दिया. वहीं करमू मांझी पिता स्व शिकारी मांझी के घर को उजाड़ दिया. शानु हांसदा पिता स्व श्यामदयाल हांसदा के करकट का घर हाथियों ने उजाड़ दिया.
दर्जनों किसानों की फसल बरबाद : हाथियों ने मकान ध्वस्त करने के बाद तिताही गांव के चारो मांझी, तालो हांसदा, बसिया किस्कू, बाबूलाल हांसदा, करमू मांझी, जीतन मांझी, तालो मांझी, बुधराम मांझी, मरकुस मांझी, हंस हेंब्रोम, बसिया मांझी, महादेव मांझी, लालो मांझी, बुधराम मांझी, डुमरकोचा निवासी गेंदो महतो, छोटका मांझी सहित दर्जनों लोगों के खेत में लगे धान के फसल को नष्ट कर दिया.
गांव छोड़ कर भागे ग्रामीण : रात को हाथियों के चिंघाड़ के डर से तिताही गांव के महिला–पुरुष अपने बच्चों के साथ गांव छोड़ कर दूसरे गांव में भाग गये. ग्रामीण मशाल जला कर रात बिताये.
हाथियों के डर से चूल्हा नहीं जला : जंगली हाथियों के डर से तिताही गांव के एक भी घर में चूल्हा नहीं जला. ग्रामीण भूखे–प्यासे जान बचाने में लगे रहे.
रातभर गश्ती में लगे रहे अधिकारी : चरही थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद दलबल के साथ रात भर गश्ती करते रहे. वन विभाग के रेंजर विवाकर सिंह, मांडू फॉरेस्टर कमलेश कुमार सिंह, चरही फॉरेस्टर एसएन सिंह, वनरक्षी ललन सिंह, मथुरा गोप, गणोश राम, दोमन राम, रसीद खां, अब्बास खान भी गांव से हाथियों को भगाने का काम किया.
लाखों का नुकसान, मुआवजे की मांग : हाथियों द्वारा घर ध्वस्त करने से लाखों का नुकसान हुआ है. चारो मांझी ने बताया कि मैं बेघर हो गया हूं. मेरा घर हाथियों ने उजाड़ दिया है. करमू मांझी ने बताया कि लगभग एक लाख का नुकसान हाथियों ने पहुंचाया है. सानू हांसदा ने बताया कि घर उजड़ने से 50 हजार का नुकसान हुआ है. इन लोगों ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है.