– मरकच्चो में नाबालिग छात्रा की हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
– हत्या के आरोप में तीन गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद
– नाबालिग के पिता का अपनी बहू के साथ ही अवैध संबंध, एक लाख की दी थी सुपारी
प्रतिनिधि, कोडरमा बाजार
मरकच्चो थाना क्षेत्र के दशारो निवासी नाबालिग दसवीं की छात्रा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में परमेश्वर चौधरी उर्फ भुट्टो, पिता- जगदीश चौधरी, ग्राम हरला, थाना मेसकौर, जिला नवादा, बिहार, निवासी, विनोद राणा उर्फ मुन्नी लाल, पिता- रोहण राणा और अरुण ठाकुर, पिता- झमन ठाकुर दोनों निवासी सिमरिया मरकच्चो शामिल हैं. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार (दो पसूली), दो मोटरसाइकिल व दो मोबाइल बरामद किया गया है.
छात्रा की हत्या की सुपारी खुद उसके पिता राजू साव ने अपनी बहू के साथ चल रहे अवैध संबंध को छुपाने के लिए दी थी. उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक डॉ एम तमिल वाणन ने गुरुवार को दी. अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि छात्रा के पिता का बहू के साथ अवैध संबंध की जानकारी उसकी पुत्री को हो गयी थी, जिसको छुपाने के लिए हत्या को लेकर एक लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी.
एसपी ने बताया कि सात जनवरी को मरकच्चो के ग्राम दशारो खुर्द निवासी 17 वर्षीय छात्रा उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरिया गयी थी. बाद में वह स्कूल से घर नहीं लौटी, खोजबीन के पश्चात आठ जनवरी को छात्रा के पिता ने मरकच्चो थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. गुमशुदगी के दो दिन बाद नौ जनवरी को छात्रा का शव सिमरिया-दशारो खुर्द मार्ग पर सुनसान स्थान पर रोड के किनारे क्षत विक्षत अवस्था में मिला था.
घटना के बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जांच शुरू की गयी थी. करीब 40-50 लोगों का बयान लिया गया. कुछ लोगों ने बताया कि घटनास्थल के रास्ते में एक ताड़ी की दुकान है जो घटना के बाद से बंद है. जांच के क्रम में सबसे पहले ताड़ी दुकान संचालक परमेश्वर चौधरी उर्फ भुट्टू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी.
पूछताछ के बाद अन्य दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. अपने स्वीकारोक्ति बयान में परमेश्वर ने बताया कि सात जनवरी को करीब तीन से साढ़े तीन बजे विनोद राणा व अरूण ठाकुर अपनी बाइक से ताड़ी दुकान पर आये थे और ताड़ी खरीदकर दुकान में ही पी रहे थे. इसी दौरान एक लड़की दुकान के सामने से गुजरी जो दशारो खुर्द की ओर जा रही थी.
उस लड़की को अकेले जाते देखने के कुछ देर बाद विनोद राणा व अरुण ठाकुर दुकान से एक पसूली जो ताड़ काटने-छिलने के काम आता है, को लेकर एक बाइक पर बैठकर लड़की के जाने के रास्ते में चले गये. इन दोनों के जाने के बाद परमेश्वर चौधरी भी अपनी दुकान से एक पसूली लेकर अपनी दुकान बंद कर साइकिल से उसी दिशा में गया.
इमली के पेड़ के पास विनोद राणा व अरुण ठाकुर ने अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की और उस लड़की को पकड़ लिया. वे दोनों उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे, लेकिन लड़की पहले किसी तरह भागने में सफल रही. इसके बाद दोनों ने उसे पुनः पकड़ लिया और उसके पाजामे से उसका पैर बांध दिया. लड़की द्वारा चिल्लाने पर दोनों ने पसूली से उसकी हत्या कर दी और पसूली को वहीं फेंककर फरार हो गये.
एसपी ने बताया कि चूंकि हत्या में प्रयुक्त पसूली परमेश्वर चौधरी की थी, जिसके कारण वह डर गया और वहां से फरार हो गया. प्रेस वार्ता में एसडीपीओ ओमप्रकाश, डीएसपी संजीव कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक राजबल्लभ पासवान, थाना प्रभारी आदि मौजूद थे.
अग्रिम के रूप में दिए थे पचास हजार
एसपी ने बताया कि लड़की के पिता का अपनी बहू के साथ अवैध संबंध को छात्रा ने देख लिया था और अपनी मां को बताने की बात कह रही थी. इसी को लेकर पिता ने अपनी ही पुत्री की हत्या करवाने को लेकर एक लाख रुपये की सुपारी दी थी. अग्रिम के रूप में घटना के एक दिन पहले 50 हजार, जबकि घटना के बाद पुनः 50 हजार रुपये उसके पिता ने हत्यारों को दिये थे.
एसपी ने बताया की अभी इस मामले में अनुसंधान जारी है. हत्या में उसका पिता कितना दोषी है यह उसके मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करने, बैंक अकाउंट की जांच के बाद ही पता चलेगा, मगर अनुसंधान के क्रम में कुछ संदिग्ध बातें आयी है जिससे प्रतीत होता है कि दोनों आरोपियों के बयान सही हैं. वैसे मोबाइल ट्रेस होने के बाद सारी सच्चाई सामने आ जायेगी.