कोडरमा : शंकर यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुनेश यादव ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में स्वीकार किया है कि अशोक यादव द्वारा दिये गये दो लाख रुपये से ही उसने 35 हजार रुपये में विस्फोट को अंजाम देने के लिए ऑटो खरीदा था. अशोक ने ही उसे नगवां (हजारीबाग) स्थित एक मार्बल दुकान के पास अपने एक आदमी के मार्फत विस्फोटक उपलब्ध कराया था. वहीं कुछ विस्फोट उसने करमा के युवक से लिया था. मुनेश ने बताया है कि शंकर यादव को उड़ाने के लिए उसने पहले खदान में ही विस्फोट करने की योजना बनायी, फिर सड़क पर लैंडमाइन लगाने की योजना तैयार की,
लेकिन इन सब में ज्यादा खतरा होने के कारण ऑटो में विस्फोटक लगाने की योजना को सबसे उपयुक्त समझा. इसके बाद पांच सिलिंडर को ऑटो में फिट किया. इसमें इडी व स्प्रलींटर डाल कर सीरीज बनाकर जिलेटिन वायर से जोड़ा. इसके बाद इसे विस्फोट के लिए तैयार किया. पुलिस ने मुनेश के फर्द बयान के साथ उसके द्वारा तैयार किया गया. ऑटो बम का पूरा डायग्राम भी संलग्न किया है. इधर, मुनेश ने यह भी कहा है कि पिछली बार गोलीकांड की घटना के बाद वह शंकर से समझौता करना चाह रहा था पर अशौक यादव ने मदद करने की बात कह कर रोक दिया.