खूंटी. मुरहू स्थित श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर में रविवार को वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी. इस अवसर पर वर्षा जल संचयन को लेकर विद्यार्थियों ने वर्षा जल संचयन पर आधारित मॉडल बनाया. जिसमें आर्यन ग्रुप, राहुल ग्रुप, शिवा ग्रुप, जिया और सिया ग्रुप को बेहतरीन मॉडल प्रदर्शित करने के लिए पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक सकलदीप भगत ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि धरती पर बारिश की हर बूंद लोगों के लिए भगवान के आशीर्वाद के समान है. बारिश का पानी जमीन पर मोती के समान गिरता है. इसलिये विकासशील क्षेत्रों और प्राकृतिक जल संसाधनों की कमी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर से बारिश के पानी के महत्व को हर एक को समझना चाहिए. वर्षा के जल को बिना बर्बाद किये इकट्ठा करने की कोशिश करनी चाहिए. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने जल संचयन पर विशेष जोर देने का संकल्प लिया. मौके पर सभी छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षिका रिया, सावित्री आदि मौजूद थे.
वर्षा जल संचयन पर कार्यशाला सह प्रदर्शनी का आयोजनB
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